“गार्ड ऑफ ऑनर” के साथ लेफ्टिनेंट अमोघ बापट को दी गयी श्रद्धांजलि

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़)अजय राय:-हिमाचल में हुए भू-स्खलन के हादसे में 9 टूरिस्ट की मौत हुई थी, जिनमें कोरबा का नवयुवक व भारतीय नौ सेना लेफ्टिनेंट अमोघ भी शामिल था। नेवी में लेफ्टिनेंट अमोघ बापट वतन की हिफाजत में समुद्री सीमा अंडमान में आईएनएस बाज में तैनात था। हाल ही में छुट्टी लेकर लौटा कोरबा का लाल अपने तनाव को दूर करने शिमला टूर पर चला गया।अपने दादा दादी से इंदौर में मुलाकात कर अमोघ शिमला के लिए रवाना हो गया ।
मिलनसार व हमेशा मुस्कुराता रहने वाला लेफ्टिनेंट आमोघ ने पहली दफा परिजनों के सामने शादी के लिए हामी भरी थी, और कहकर गया कि शिमला से लौटता हूं तो फिर शादी पर डिटेल में बात करूंगा। घर में बड़े बेटे की शादी की को लेकर सभी उत्साहित थे,लेकिन शादी पर बात आगे बढ़ती, उससे पहले ही रविवार की शाम फोन पर आयी मनहूस खबर ने पूरे परिवार को हिलाकर रख दिया।
रविवार को जैसे ही कोन्नूर हादसे की खबर टीवी और सोशल मीडिया पर आयी, तो बापट परिवार का दिल बैठने लगा।
पिता को मालूम था कि आज आमोघ वो उन्ही इलाकों में है, जहां ये घटना हुई है, लेकिन दिल मानने को तैयार नहीं कि उनका लाल भी उस हादसे का शिकार हो गया होगा। बेटे के सकुशल खबर के लिए पूरा परिवार दिन भर कॉल-मैसेज कर संपर्क करने की कोशिश करता रहा।इसी बीच शाम करीब 4 बजे अचानक से दर्री थाना प्रभारी को पुलिस टीम के साथ घर के सामने देख पूरा परिवार दहशत से भर गया और फिर वहीं खबर सामने आयी, जिसकी आशंका में पूरा दिन बैचेनी में परिवार ने गुजारा था।घटना के दिन से पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल लगातार परिवार के संपर्क में थे। वही नगर पुलिस अधीक्षक खोमनलाल सिन्हा व थाना दर्री प्रभारी राजेश जांगड़े में अमोघ के पार्थिव देह को कोरबा लाने की अपडेट व व्यवस्था दुरुस्त करने में लगे हुए थे।
घटना के तीन दिन बाद लेफ्टिनेंट का शव सेना के वायुयान से रायपुर पहुंचा जहां सड़क के रास्ते से उनके पार्थिव देह को कोरबा लाया गया। दर्री के स्थानीय मुक्तिधाम को फूलों से सजाया गया,कोरबा के सपूत की अंतिम यात्रा हर आम और खास ने शिरकत की जिसके बाद पूरे विधी विधान से लेफ्टिनेंट अमोघ बापट को अंतिम विदाई दी गयी। इस दौरान सैकड़ो की संख्या में स्थानीय लोगों के साथ ही नेवी, पुलिस और प्रशासनिक अफसर मौजूद थे। खुशमिजाज और हर एक के दिल पर अपना छाप छोड़ने वाले युवा लेफ्टिनेंट अमोघ बापट की संजीदगी से हर कोई प्रभातिव था। लेफ्टिनेंट अमोघ बापट को ट्रैकिंग ,बैडमिंटन, टेबल टेनिस का काफी शौक था, वही वो जब भी छुटटी पर आते हिल स्टेशन पर ट्रैकिंग करने जरूर जाते। इस बार भी लेफ्टिनेंट अमोघ बापट को अंडमान में पोस्टिंग के दौरान कमांडर इन चीफ पर प्रमोट कर उनकी पोस्टिंग विशाखापटनम किया गया था।
25 जुलाई को हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले में हुए भूस्खलन में चटटान का बड़ा हिस्सा यात्री बस पर गिर गया था। इस हादसे में यात्री बस में सवार लेफ्टिनेंट अमोघ बापट सहित 9 लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी थी। घटना के बाद मंगलवार की रात दिवंगत लेफ्टिनेंट अमोघ बापट का पार्थिव देह कोरबा लाया गया। आज सुबह दिवंगत लेफ्टिनेंट अमोघ बापट को नम आंखो के साथ गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम विदाई दी गयी।

वही इस घटना में जांजगीर चम्पा निवासी एम.एल कटकवार के पुत्र सतीश कटकवार की भी मौत हुई है। जो पहले दर्री एच एचटिपीपी कॉलोनी में रहा करता था। मृतक सतीश कटकवार का अंतिम संस्कार उसके गृह ग्राम में बुधवार शाम को किया गया।
लेफ्टिनेंट अमोघ बापट के अंतिम संस्कार में उपस्थित सभी लोगों की आंखे नम हो उठी थी,वीर सपूत के लिए आसमान भी मानो रो रहा था। वहीं परिजनों को ढाँढस बढ़ाने जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर रानू साहू सहित कोरबा एस.पी.भोजराम पटेल,अति.पुलीस अधीक्षक कीर्तन राठौर,सीएसपी दर्री खोमन लाल सिंहा, सीएसपी कोरबा योगेश साहु, एसडीओपी कटघोरा रामगोपाल करियारे,रक्षित निरीक्षक संजय साहू,थाना दर्री प्रभारी राजेश जांगड़े, महापौर राजकिशोर प्रशाद, समाज सेवी विशाल केलकर ,श्यामसुंदर सोनी,सुधीर जैन,अनिल द्विवेदी,नीरज शर्मा ,अजय राय नेवी के अफसर विधुत्त कंपनी से मुख्य अभियंता आर.श्रीवास,अतिरिक्त मुख्य अभियंता संदीप श्रीवास्तव, संजू राठौर, व कई अधिकारी औऱ कर्मचारी सहित आम नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद रहे।