गांधी की बात करने वाले प्रदेश में शराब बेचते हैं : बृजमोहन अग्रवाल


रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़):-  
छत्तीसगढ़ में गांधी पर दिए संत कालीचरण के विवादित बयान को लेकर राजनीति खत्म नहीं हुई है. यहां लगातार पक्ष-विपक्ष मुद्दे को लेकर एक दूसरे को घेरने का काम कर रहे हैं. रायपुर दक्षिण विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने अपने निवास पर प्रेसवार्ता की. इस दौरान उन्होंने राज्य की भूपेश बघेल सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि गांधी की बात करने वाले प्रदेश में शराब बेचते हैं. सीएम भूपेश बघेल ने आरएसएस और बीजेपी को लेकर जो बयान दिया. उस पर पलटवार करते हुए बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कांग्रेस की कोई विचारधारा है ही नहीं. कांग्रेस तो आजादी की लड़ाई लड़ने के लिए केवल बनी एक पार्टी थी. बाद में इस पार्टी ने राजनीतिक दल का रूप ले लिया.

कांग्रेस की कोई विचारधारा नहीं

विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जिस विचारधारा के ऊपर कांग्रेस पार्टी के कुछ नेता आजादी के बाद से हमला बोलते रहे हैं. आज उस विचारधारा को पूरे देश ने स्वीकार किया है. उस विचारधारा के आधार पर आज देश में निर्णय भी हो रहे हैं. कांग्रेस की कोई विचारधारा है ही नहीं. कांग्रेस तो आजादी के लड़ाई के लिए बनी हुई केवल एक पार्टी थी जिसने बाद में राजनीतिक दल का रूप ले लिया इसलिए कांग्रेस पार्टी अब कुछ भी करे, उससे फायदा नहीं होने वाला है. एक तरफ गांधीजी के नाम पर मौन धरना देते हैं और दूसरी तरफ गांधीजी, जो सबसे बड़े विरोधी थे शराब के, वह शराब घर-घर पहुंचाते हैं. गांधी जी ने हमेशा प्रभु राम का नाम लिया. उस प्रभु राम को छत्तीसगढ़ की धरती पर गाली दी जाती है. माता सीता को गाली दी जाती है. ब्राह्मण समाज को गाली दी जाती है. उस पर सरकार क्यों कार्रवाई नहीं करती. ये सरकार लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे है.

विधायक बृजमोहन अग्रवाल का भूपेश बघेल पर तंज

रायपुर दक्षिण विधायक ने कहा कि तुष्टीकरण की राजनीति हमेशा कांग्रेस ने की है. बीजेपी तो सबका साथ सबका विकास की मानसिकता रखती है. भारत में रहने वाले सभी लोगों का समान अधिकार होना चाहिए. समान आचार संहिता होना चाहिए. बीजेपी ने आज से नहीं, जनसंघ के जमाने से जब से स्थापना हुई है. तब से यह कहा है हमेशा कांग्रेस ने ही तुष्टीकरण की राजनीति की.

छत्तीसगढ़ सरकार ओमीक्रोन को लेकर लापरवाह

छत्तीसगढ़ सरकार राजनीति में लगी हुई है. छत्तीसगढ़ सरकार में जो लोग हैं, वो ओमिक्रोन को लेकर बिल्कुल लापरवाह हैं. पिछली बार भी बड़ी-बड़ी बातें करते थे, लेकिन कुछ नहीं किया. इस बार भी बड़ी-बड़ी बातें कर रहे हैं. जो कोरोना संक्रमण के समय पर अस्थाई रूप से डॉक्टर, नर्स, स्टाफ रखे गए थे, उनको निकाल दिया गया. उनकी भर्ती नहीं की जा रही. डॉक्टरों की भर्ती नहीं की जा रही. यहां स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से लचर है.

गाली देने की धाराओं के तहत कालीचरण पर होनी चाहिए कार्रवाई

रायपुर दक्षिण विधायक ने कहा कि किसी की विद्वता के ऊपर में प्रश्न लगाने का अधिकार उनको नहीं है. कालीचरण ने गलती की, जिसको सभी लोग स्वीकार करते हैं.अगर मैं मुख्यमंत्री की गलतियों पर मुख्यमंत्री के पद को ही चैलेंज करने लगूं तो कैसा लगेगा? हम भी उनके बहुत सारे विचारों से, कामों से सहमत नहीं हैं. हमने पहले दिन भी कहा था और आज भी कहते हैं कि कालीचरण जी के द्वारा जो गांधी के बारे में कहा गया, वाक्य उचित नहीं है. इस देश में कानून सबके लिए बराबर है. चाहे वह आम नागरिक हो या प्रधानमंत्री हों.