गजब…! 70 साल के बुजुर्ग की निकली बारात, बेटा बेटी समेत हजारों लोग बने बराती.


सारण(सेंट्रल छत्तीसगढ़)छपरा: 
बिहार केछपरा में लोग एक Unique Marriage in Bihar का गवाह बने. 70 साल के एक बुजुर्ग (70 Year Old Man Barat in Chapra ) 42 साल के बाद अपनी दुल्हन का दोंगा (गौना) कराने पहुंचे. इस दौरान पूरे राजसी ठाठ-बाठ से बारात निकाली गयी. इस अनोखे बारात को देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. हजारों लोग बारात के गवाह बने. लगभग सात दशक से ज्यादा उम्र के राजकुमार सिंह ने जिंदगी के इस पड़ाव को यादगार बना डाला.यह वाकया छपरा जिले के एकमा प्रखंड (Ekma block) के आमदाढ़ी गांव (Aamdadhi village Chapra) का है.

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शादी के जश्न में डूबा गांव: राजकुमार सिंह अपनी शादी के 42 वर्ष के बाद पत्नी का दोंगा कराने रथ पर सवार होकर निकला तो लोग हैरान हो गए. जिले के एकमा थाना के आमदाढ़ी से निकली इस बारात को देख लोग दंग रह गए. बुजुर्ग दूल्हा सहबाला के साथ रथ पर सवार था. बारात को राजसी अंदाज में निकाला गया था. हाथी, घोड़ा, ऊंट, बैंड पार्टी, डीजे, आरकेस्ट्रा के साथ बारात निकाली गई. दूल्हा बने राजकुमार सिह ने बताया की 42 साल पूर्व उनकी शादी में मांझी थाने के नचाप गांव से बारात आमदाढ़ी आई थी. शादी के बाद वह कभी अपने ससुराल आमदाढ़ी नहीं गए थे और न कभी दोंगा ही हुआ था.

42 साल बाद गौना: 70 साल के एक बुजुर्ग की बारात में उसकी सात बेटियां और एक बेटा के साथ पूरा गांव बाराती बना हुआ था. हर कोई बैंड-बाजा और डीजे की धुन पर थिरक रहे थे. पूरा गांव शादी के जश्न में डूबा हुआ था. इस अनुठी शादी को देखने के लिए बड़ी तादाद में लोग जुटे थे. इस शादी से बुजुर्ग दंपत्ती काफी खुश थी. दरअसल, एकमा के आमदाढ़ी निवासी राजकुमार सिंह की शादी 42 साल पहले 5 मई को ही हुई थी, लेकिन पत्नी का दोंगा (गौना) नहीं हुआ था. गौना वह रस्म है जिसमें पत्नी का मायके से अपने पति के घर दूसरी बार जाना होता है. इस रस्म को राजकुमार सिंह और उनके संतानों ने इस कदर यादगार बना दिया, जिसे वो तो क्या कोई भी नहीं भूल सकता है.

पत्नी को दोबारा विदा करा लाया घर: राजकुमार सिंह अपने गांव में एक आटा चक्की चलाते हैं. काफी संघर्ष कर उन्होंने अपने साथ बेटियों को बिहार पुलिस और सेना में नौकरी दिलाई और बेटा को इंजीनियर बनाया. बच्चों के जिद के आगे राजकुमार सिंह को झुकना पड़ा और दूल्हा बनकर बारात के साथ निकल पड़े अपनी पत्नी को दोबारा विदा कर घर लाने. अपने दूल्हे का यह अंदाज पत्नी को भी काफी पसंद आया. वहीं बच्चों ने भी राजकुमार सिंह के प्रयासों की सराहना की, जिसके बदौलत आज वे इस मुकाम पर हैं. बरहाल राजकुमार सिंह की दूसरी शादी पूरे इलाके में चर्चा के विषय बनी हुई है. नचनिया के नाच के साथ शादी में हर वह व्यवस्था की गई थी जिसने इस दोंगा के रस्म को यादगार बना दिया.