कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़):-कोरबा 02 अप्रैल 2021/कोरबा जिले में 45 वर्ष से अधिक उम्र के शत-प्रतिशत लोगों को कोरोना का टीका लगवाने के लिए जिला* प्रशासन स्थानीय जनप्रतिनिधियों और स्वयं सेवी संस्थाओं का सहयोग लेगा। अपने-अपने क्षेत्र में प्रभाव रखने वाले जनप्रतिनिधियों और स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों की आज कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल के निर्देश पर निगम आयुक्त श्री एस. जयवर्धन ने कलेक्टोरेट सभा कक्ष में बैठक ली और वैक्सीनेशन को तेज करने के लिए स्थानीय रणनीति पर चर्चा की। निगम आयुक्त ने कोरोना महामारी के नियंत्रण के लिए वर्तमान स्थिति में टीकाकरण को ही सबसे प्रभावी ईलाज बताया और सभी प्रतिनिधियों से मतदान के लिए लोगों को केन्द्रोे तक पहुंचाने वाले तरीकों से प्रोत्साहित कर टीकाकरण केन्द्रों तक लाने की अपील की। निगम आयुक्त ने बैठक में कहा कि जिस तरह से किसी चुनाव के समय मतदाताओं को मतदान के लिए मतदान केन्द्रों तक पहुंचने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, मतदाताओं को वोटिंग के लिए मतदान केन्द्रों तक पहुंचाया जाता है, उसी मोड पर कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए भी 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के सभी लोगों को टीकाकरण केन्द्रों तक पहुंचाने की जरूरत है। निगम आयुक्त ने सभी प्रतिनिधियों से अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की पहचान करके उन्हें टीका लगवाने के लिए लाने का आग्रह किया। इस बैठक में एसडीएम श्री सुनील नायक, निगम के अपर आयुक्त श्री अशोक शर्मा भी मौजूद रहे। बैठक में निगम आयुक्त ने सभी व्यापारियों से उनके संस्थानों में काम करने वाले 45 वर्ष से अधिक आयु के सभी कर्मचारियों का टीकाकरण कराने का आग्रह किया। श्री जयवर्धन ने सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से भी अपने-अपने संगठनों के 45 वर्ष से अधिक उम्र के पदाधिकारियों और परिजनों को भी कोरोना का टीका लगवाने के लिए कहा।
सक्षम लोग निजी टीकाकरण केन्द्रों में लगवाएं कोरोना वैक्सीन ताकि जरूरतमंदो को शासकीय केन्द्रों पर मिल सके सुविधा – बैठक में स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने निजी टीकाकरण केन्द्रों में दस लोगों के पहुंचने पर ही टीकाकरण किए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि निजी टीकाकरण केन्द्रों में एक साथ दस लोगों के पहुंचने का इंतजार करने से लोगों का समय खराब होता है। कई बार अलग-अलग टीकाकरण केन्द्रों में दो, चार, पांच लोग पहुंचे होते हैं। जनप्रतिनिधियों ने यह मांग की कि ऐसी स्थिति मेें निजी टीकाकरण केन्द्रों से लोगों को एकत्र कर एक केन्द्र पर लाकर टीकाकरण की व्यवस्था बनाई जानी चाहिए। नगर निगम आयुक्त ने इस सुझाव पर सहमति जताते हुए सीएमएचओं डाॅ. बोडे के साथ चर्चा कर व्यवस्था बनाने का आश्वासन बैठक में दिया। उन्होंने कहा कि जिले के सक्षम लोग निर्धारित निजी टीकाकरण केन्द्रों पर जाकर कोरोना का टीका लगवाएं। इससे शासकीय केन्द्रों पर सबसे ज्यादा जरूरतमंद और गरीब लोगों को कोरोना का टीका लगाने की ज्यादा सुविधा मिलेगी और एक ही समय में निजी एवं शासकीय दोनों केन्द्रों पर ज्यादा से ज्यादा लोग टीकाकरण करा सकेंगे।
सोशल मीडिया में कोरोना और वैक्सीनेशन संबंधी खबरें वायरल करने में बरतें सावधानी – बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों और स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने जिले में कोरोना और कोविड वैक्सीनेशन से जुड़ी खबरों को सोशल मीडिया और वेब पोर्टल्स में वायरल करने में विशेष सावधानी बरतने का आग्रह संचालकों से किया। सभी प्रतिनिधियों ने एक स्वर में इस बात का समर्थन किया कि भ्रामक एवं गलत खबरों के वायरल होने से कोरोना टीकाकरण और कोरोना के नियंत्रण के लिए प्रशासन के प्रयासों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इससे जनमानस के बीच उपापोह की स्थिति बन जाती है और जिले में कानून और व्यवस्था की स्थिति भी बिगड़ सकती है। जिला प्रशासन के अधिकारियों और सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने बैठक के माध्यम से सोशल मीडिया में चलने वाले न्यूज चैनलों और वेब पोर्टल संचालकों से ऐसी खबरों को वायरल करने से बचने और कोरोना से जुड़ी अधिक से अधिक सकारात्मक खबरों को प्रकाशित करने का आग्रह भी किया ताकि कोरोना से लड़ाई में लोगों के बीच दहशत का माहौल ना बने। लोग बिना किसी भय के कोरोना की इस जंग में शासन-प्रशासन को बढ़-चढ़ कर सहयोग कर सकें।
बैठक में ये रहे मौजूद – कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर हुई इस बैठक में जिला कुर्मी समाज, पूज्य सिंधी पंचायत, जिला व्यवसाय संघ, सेलून संघ, चेम्बर ऑफ काॅमर्स, मिष्ठान संघ, मेडिकल एसोसिएशन, नागरिक संघर्ष समिति, बालको सेवा निवृत्त संघ, कोरबा संघर्ष समिति, जिला ऑप्टीकल एसोसिएशन, उद्योग संघ, सर्व ब्राम्हण समाज, विश्वकर्मा जनकल्याण समिति, अग्रवाल सभा, इतवारी बाजार व्यापारी संघ, अधिवक्ता एवं पार्षदगण भी मौजूद रहे।