कवर्धा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): कोरोना संक्रमण को देखते हुए मंदिरों में भक्तों के प्रवेश को प्रतिबंधित किया जा रहा है. भोरमदेव मंदिर में भी श्रद्धालुओं की एंट्री बैन हो गई है. गर्भगृह में भक्तों का दाखिला प्रतिबंध कर दिया गया है. सिर्फ पुजारी ही पूजा-अर्चना कर सकेंगे. जिला प्रशासन ने ये फैसला लिया है.
कोरोना की रोकथाम को लेकर भोरमदेव मंदिर को किया बंद
कलेक्टर रमेश कुमार वर्मा ने कहा कि प्रसिद्ध भोरमदेव मंदिर में प्रदेश के अलावा देश भर के श्रद्धालुओं दर्शन करने पहुंचते हैं. हर रोज मंदिर में सैकड़ों दर्शनार्थी आते हैं. कोरोना संक्रमण का प्रसार न हो इसलिए मंदिर में श्रद्धालुओं की एंट्री बैन करने का फैसला लिया गया है.
सिर्फ पुजारी ही कर सकेंगे पूजा
मंदिर के पुजारी आशीष पाठक ने बताया कि कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ये निर्णय लिया गया है. गर्भगृह के अंदर भक्त नहीं जा सकेंगे. बाहर से ही दर्शन करके लोगों को वापस लौटना होगा. मंदिर दिन में दो बार सुबह और शाम को आरती के लिए खोला जाएगा. सिर्फ पुजारी को ही अंदर जाने की अनुमति होगी.
मंदिर किया बंद
मां दंतेश्वरी के कपाट भी बंद !
कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से इस साल भी नवरात्र फीका रहेगा. मां दंतेश्वरी का दरबार इस बार भक्तों के लिए नहीं खुलेगा. नवरात्र के दौरान श्रद्धालुओं का प्रवेश मंदिर में प्रतिबंधित कर दिया गया है. आरती और ज्योति का लाइव प्रसारण किया जाएगा. लोग माता से ऑनलाइन आशीर्वाद ले सकते हैं और दान कर सकते हैं.