कोरोना का खतरा: डोंगरगांव से राजनांदगांव अप-डाउन करने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों और अन्य लोगों को क्वॉरेंटाइन करने की मांग

राजनांदगांव (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा:- कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों की वजह से इन दिनों राजनांदगांव हॉटस्पॉट बना हुआ है. इसका असर डोंगरगांव में देखने को मिल रहा है. डोंगरगांव से राजनांदगांव अप-डाउन करने वालों की वजह से लोग चिंतित नजर आ रहे हैं.

बता दें कि विभिन्न शासकीय और निजी संस्थाओं में काम करने वाले कई अधिकारी-कर्मचारी इन दिनों राजनांदगांव से आना-जाना कर रहे हैं, इनमें व्यापारी भी शामिल हैं. इनकी आवाजाही को देखते हुए अअब लोगों में भय का माहौल बनता जा रहा है.

बीएमओ को सौंपा गया ज्ञापन

स्वास्थ्य विभाग का अमला हॉटस्पॉट राजनांदगांव से आने वाले अधिकारियों-कर्मचारियों को लेकर चिंतित है. छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के विकासखंड इकाई के अध्यक्ष भोज कुमार साहू ने राजनांदगांव से सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आकर ड्यूटी करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों को क्वॉरेंटाइन करने की मांग बीएमओ से ज्ञापन सौंपकर की है.

अधिकारियों व कर्मचारियों को क्वारंटाइन करने की मांग

ज्ञापन में कहा गया है कि राजनांदगांव में कोरोना पॉजिटिव मामले रोजाना सामने आ रहे हैं. ये रेड जोन में भी शामिल है, इसके बावजूद यहां से अधिकांश शासकीय अधिकारी-कर्मचारी डोंगरगांव आना-जाना कर रहे हैं.

लोगों में भय

बता दें कि बड़ी संख्या में लोग रोजाना डोंगरगांव से राजनांदगांव आना-जाना करते हैं. इनमें विभिन्न शासकीय कार्यालयों के अधिकारी-कर्मचारी, बैंककर्मी, शिक्षक, व्याख्याता, प्राचार्य, व्यापारी सहित अन्य लोग शामिल शामिल हैं. वहीं अस्पताल में पदस्थ कई डॉक्टर, स्टाफ भी ड्यूटी के लिए डोंगरगांव आते हैं. इन्हीं सब कारणों से लोग कोरोना वायरस का संक्रमण फैलने को लेकर डरे हुए हैं.

 submitted by memorandum

ज्ञापन सौंपकर की मांग

डोंगरगांव में मिले अब तक 4 मरीज

डोंगरगांव में अब तक कुल चार कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. इनमें से 3 अस्पताल के कर्मचारी और 1 मटिया वार्ड का युवक शामिल था. इनमें से मटिया वार्ड के युवक की ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी उपलब्ध हो गई थी, लेकिन बाकी तीन स्वास्थ्य कर्मचारियों की ट्रैवल हिस्ट्री का पता नहीं चल पाया है, हालांकि वर्तमान में ये चारों स्वस्थ होकर घर पहुंच चुके हैं.

साकेत वर्मा की रिपोर्ट