कोरबा: स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय ने कहा “कोरोनाकाल में स्कूलों को खोलना रिस्क”.. बड़ी कक्षाओं को अल्टरनेट तरीके से शुरू करने पर हो रही है चर्चा.. सरकार को हालात सामान्य होने का इंतज़ार.

कटघोरा( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): सूबे के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज कोरबा के महोरा गौठान का निरिक्षण करने जिले के प्रवास पर थे. आज उनकी अगवानी के लिए जिले के प्रभारी व स्कूली शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय टेकाम भी महोरा पहुंचे थे. विभिन्न स्टॉल का जायजा लेने के दौरान उन्होंने मीडियाकर्मियों से संक्षिप्त बातचीत की. सोरोनकाल के दौरान से बंद स्कूलों को खोले जाने के सम्बन्ध में उन्होंने सरकार की मंशा को भी सामने रखा.

डॉ टेकाम ने बताया की मौजूदा हालात में स्कूलों को खोला जाना रिस्की हो सकता है. यदि सरकार स्कूलों को बच्चो के लिए खोल भी देती है तब पालको में दर बना रहेगा और शायद ही कोई ऐसी परिस्थिति में अपने बच्चो को स्कूल भेजे. उन्होंने कहा की सरकार को हालात सामान्य होने का इंतज़ार है. सर्कार विभाग के अफसरों के साथ मिलकर इस पर चर्चा कर रही है. जल्द ही फैसला लिया जाएगा.

डॉ टेकाम ने बताया की सरकार फिलहाल अल्टरनेट तरीके से स्कूलों को खोले जाने पर विचार कर रही है. इसके तहत उच्च व उच्चतर कक्षाओं को रोटेशन प्रणाली के अनुसार शुरू कराये जाने पर सोच विचार कर रही है. हालांकि इसपर भी किसी तरह का फैसला नहीं लिया गया. उन्होंने बताया की सीबीएसई ने मौजूद सत्र के लिए अपने परीक्षा कार्यक्रम घोषित कर दिए है जो इस वर्ष के मई माह में आयोजित होंगे. उनकी सरकार भी सभी कक्षाओं की परीक्षाएं लेंगी और यदि यही संभव नहीं हो पाता है तो टेस्ट असेसमेंटर के आधार पर नतीजे जारी किये जायेंगे.