कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) अकित सिह – कोरबा में सस्ती परिवहन सुविधा का लाभ यात्रियों को नहीं लेने दिया जा रहा है। पहले निजी बस अब ऑटो चालक लगातार इनको अपना निशाना बना रहे है। कई मर्तबा तो यात्रियों को सिटी बस से उतार कर जबरन ऑटो में बैठाया जा रहा है। पिछले कुछ दिनों से चला आ रहा ये विवाद अब हिंसक झड़प में बदलता जा रहा है। बीते दिनों हुई मारपीट की घटना के बाद आज एक बार फिर कोरबा रेलवे स्टेशन में सिटी बस के एक ड्राइवर के साथ मारपीट की गई है। बताया जा रहा है कि हमलावर ऑटो चालक 40-50 की संख्या में थे जिन्होंने आते ही सिटी बस में तोड़फोड़ करने के साथ ही ड्राइवर के साथ मारपीट किया है। दरअसल आज दोपहर करीब 2 बजे यहां ट्रेन के समय यात्रियों को लेने खड़ी करीब आधा दर्जन सिटी बसों के आगे ऑटो चालकों ने अपनी गाड़ी लगा दी, बावजूद यात्री सिटी बस में सवार हो गए जब एक ड्राइवर ने इसका विरोध करते ऑटो हटाने गाड़ी ले जाने की बात कही तो ऑटो चालकों का दल बिफर पड़ा और ड्राइवर की बेरहमी से पिटाई कर दी। घटना को देख बाकी के सिटी बस ड्राइवर काफी डर गए और उन्होंने अपनी सवारी उतार खाली बसों को पुराना बस स्टैंड में खड़ा कर दिया। घटना की जानकारी जब अन्य सिटी बस चालको को लगी तो वो भी अपनी बसों के साथ पुराना बस स्टैंड पहुंच गए। यहां अचानक 30 से अधिक बसों के खड़ा हो जाने से जाम की स्थिति बन गई है। दूसरी ओर सभी भयभीत सिटी बस ड्राइवर कोतवाली थाने पहुंच पुलिस से सुरक्षा की मांग कर रहे है। ड्राइवरों का कहना है कि ऑटो चालक महंगे दर में सवारियों को ले जाते है जबकि सस्ता व सुरक्षित माहौल में यात्री यात्रा करना चाहते है इसीलिए ऑटो चालक बार-बार उनको परेशान कर रहे है। यहां मौके पर माहौल तनावपूर्ण है। जब तक इस मामले को लेकर ऑटो चालक और सिटी बस ड्राइवरों के साथ प्रशासन बैठक नहीं करता तब तक स्थिति ऐसे ही बनी रहेगी। इधर यात्रियों का साफ कहना है कि जिस यात्रा को ऑटो में करने पर उनको 50 रुपये खर्च करने पड़ते है वहीं सिटी बस 10 रुपये में ही उनको उनकी मंजिल तक पहुंचा देता है ऐसे में सिटी बस का संचालन निर्बाध गति से होना चाहिए।