कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : पोंडी उपरोड़ा ब्लॉक के वनांचल क्षेत्र के सैला संकुल अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमरा के गुरुद्वारी कटेलपारा स्थित शासकीय प्राथमिक शाला की जर्जर भवन के चलते यहां के शिक्षक बच्चों की पढ़ाई गर्मी में पेड़ के नीचे पढाते नज़र आते हैं तो वहीं इस बारिश में यहां के बच्चे गाँव के अलग अलग घर पर शिक्षा ग्रहण करते हैं। और स्कूल में 27 बच्चों की दर्ज संख्या है और आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने से स्कूल में पंडो, बिरहोर, कोरवा जनजाति के बच्चे शिक्षा ग्रहण करने आते हैं। ऐसा नहीं कि प्राथमिक स्कूल का भवन नही है मगर स्कूल का भवन 3 वर्षों से पूरी तरह जर्जर हो चुका है। ऐसा नहीं कि इसकी शिकायत ब्लॉक शिक्षा विभाग को नही की गई। बल्कि शिक्षक द्वारा कई दफा इसकी शिकायत की गई और इसकी खबर भी मीडिया द्वारा प्रसारित किया गया था। लेकिन अभी तक जिला प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का इस जर्जर भवन की ओर कोई पहल नही की गई।
सेमरा ग्राम पंचायत के गुरुद्वारी कटेलपारा के प्राथमिक स्कूल की जर्जर भवन होने की वजह से बच्चों की पढ़ाई भवन के बजाय अन्य जगह पर स्कूल संचालित कर पढ़ाया जा रहा है। जिसकी वजह से स्कूल भवन व यहां का प्रांगण सुना रहता है। बगल गाँव सैला के एक व्यक्ति राम नायक पिता भूरिया नायक द्वारा प्राथमिक स्कूल के प्रांगण पर जबरन ट्रेक्टर द्वारा जुताई कराकर अतिक्रमण करने का प्रयास किया जार हा था जिसे लेकर गांव वालों में काफी नाराज़गी थी। जिसे लेकर कटेलपारा के ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को शिकायत के माध्यम से अवगत कराया गया। जिस पर तत्काल जिला कलेक्टर संजीव झा ने संज्ञान लेते हुए अपने अधीनस्थ अधिकारी को इसकी जांच कर कार्यवाही करने को लेकर निर्देशित किया गया।
विरोध करने पर ट्रेक्टर मालिक व चालक ने गांव वालों पर ट्रेक्टर चढ़ाने की बात कही
जब प्राथमिक शाला के प्रांगण पर ट्रेक्टर द्वारा अतिक्रमण करने की नीयत से जुताई की जा रही थी तब गाँव वालों द्वारा इसका विरोध किये जाने पर ट्रेक्टर चालक द्वारा गांव वालों को धमकाया गया और कहा गया कि उसके मालिक ने कहा है अगर कोई मना करेगा तो ट्रेक्टर उसके ऊपर चढ़ा दूंगा। जब इसकी जानकारी ट्रेक्टर मालिक राम नायक को हुई तो वो भी अतिक्रमण स्थल पर पहुंचकर गाँव वालों के साथ गाली गलौज व जान से मारने की धमकी दी गई। जिस पर गाँव के भोले भाले आदिवासी ग्रामीण भयभीत हो गए।
जिस पर आज पसान नायब तहसीलदार सोना राम साहू और पुलिस की टीम द्वारा मौके मे जा कर जाँच की गयी। जिसमे राम नायक के द्वारा अवैध तरीके से स्कुल प्रांगण मे अतिक्रमण किया जाना पाया गया। जिस पर नायब तहसीलदार एवं पसान पुलिस के द्वारा अतिक्रमण को हटाकर स्कूल प्रबंधन को सौप दिया। न जाने कब जिला प्रशासन द्वारा कटेलपारा के आदिवासी बच्चों को स्कूल का नवीन भवन नसीब होगा और क्या इसी तरह यहां के लोगों द्वारा स्कूल के प्रांगण पर कब्जा करने की हिमाकत की जाती रहेगी।