कोरबा: शासकीय हाईस्कूल दर्री में पढ़ने वाली छात्राओं ने प्रिंसिपल की शिकायत कलेक्टर से की, उनका आरोप है कि प्रिंसिपल ने छात्राओं के विज्ञान प्रदर्शनी में जीते पैसों को उनके खातों से निकाल लिया है. छात्राओं ने कहा कि कई बार स्कूल में बच्चों से ही झाड़ू-पोंछा लगवाने का भी काम करवाया जाता है..

कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) : सरकारी स्कूलों में प्राचार्य की मनमानी की खबरें अक्सर मिलती रहती हैं. ऐसा ही एक मामला जिले के शासकीय हाई स्कूल दर्री से सामने आया है. यहां की छात्राओं ने प्रिंसिपल की शिकायत कलेक्टर से की है. कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर छात्राओं ने प्रिंसिपल की लिखित शिकायत करते हुए कहा है कि विज्ञान प्रदर्शनी के लिए सरकार की तरफ से मिली राशि को प्रिंसिपल ने हथिया लिया है. छात्राओं का आरोप है कि उनकी प्रिंसिपल स्कूल में उनसे झाड़ू-पोंछा भी नियमित रूप से कराती हैं.

शासकीय हाई स्कूल दर्री में प्रिंसिपल मीना साहू पदस्थ हैं. इनके खिलाफ स्कूल की छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया है. मंगलवार को छात्राएं कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचीं. उन्होंने प्रिंसिपल की शिकायत कलेक्टर से की है. छात्राओं का कहना है कि बिलासपुर में विज्ञान प्रदर्शनी के लिए मॉडल तैयार करने के लिए स्कूल से 2 लड़कियों का चयन हुआ था. प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए दोनों स्कूल की दूसरी टीचर्स के साथ बिलासपुर गई थीं. दोनों छात्राओं को 10-10 हजार रुपए बतौर पुरस्कार सरकार की तरफ से उनके बैंक खाते में डाले गए थे, लेकिन प्रिंसिपल ने इस राशि को हथिया लिया है.

छात्राओं ने बताया कि जब आगे की पढ़ाई और विज्ञान प्रदर्शनी संबंधित तैयारी करने के लिए उन्होंने राशि वापस मांगी, तो उनसे यह कह दिया गया कि वह पैसे स्कूल के काम के लिए हैं. इस तरह से प्रिंसिपल ने कई दिनों तक उन्हें गुमराह किया.

कलेक्टर से की कार्रवाई की मांग

छात्राओं का कहना है कि उनके बैंक खातों से निकाली गई राशि तो प्रिंसिपल ने अपने पास रख ली है. इसके अलावा स्कूल में छात्राओं से झाड़ू-पोंछा जैसे काम भी करवाए जाते हैं. अगर यही हाल रहा तो कोरबा के स्कूलों में पढ़ने वाली छात्राएं आगे नहीं बढ़ पाएंगी. अपनी इस परेशानी को देखते हुए और भविष्य में स्कूल के किसी दूसरे स्टूडेंट्स के साथ ऐसा न हो, इसके लिए छात्राओं ने कलेक्टर से प्रिंसिपल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

साकेत वर्मा की रिपोर्ट..!