कोरबा : शासकीय भूमि में तालाब बनाकर कब्जा कर रहे लोग,उल्टे पैर लौटने को हुए मजबूर

कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) अजय राय : नगर पालिक निगम कोरबा क्षेत्र अंतर्गत आने वाले वार्ड क्रमांक 45 स्थित स्याहिमुढी पूर्व माध्यमिक शाला आंगनबाड़ी स्वास्थ्य केंद्र के ठीक पीछे स्थित बरसाती नाले पर बेजा कब्जा करते हुए।
लगभग 1 एकड़ से अधिक भूमि पर अवैध रुप से कब्जा करते हुए दलाल नुमा लोगो द्वारा शासकीय भूमि को निजी बताकर बेचा जा रहा है।यही नहीं उक्त भूमि पर बकायदा जेसीबी मशीन द्वारा तालाब का निर्माण भी किया जा रहा था।

स्थानीय लोगो की माने तो कमल देव व कुजूर नामक दो व्यक्ति द्वारा उक्त कृत्य को अंजाम दिया जा रहा है।
लिहाजा इस चक्कर में कुछ खरीददार भी गुमराह होते हुए इस खरीद फरोख्त में शामिल हो चुके है।
दरअसल शासकीय भूमि पर पूर्व में खेत नुमा था। जिसमे बरसात के दिनों में वह एक नाले का रूप ले लेता था।
किंतु शासन से किसी प्रकार से अनुमति न लेते हुए नगरी निकाय क्षेत्र की बेशकीमती जमीन कौड़ियों के भाव बेचकर के शासन को लाखों करोड़ों का चूना लगाया का रहा है।

ग्राम स्याहिमुढी के नागरिक इसका विरोध करते हुए बेजा कब्जा में बन रहे तालाब का काम बंद किए जाने को लेकर लामबंद हो चुके है।इस मामले को लेकर ग्राम वासियों द्वारा दर्री तहसीलदार के माध्यम से जिलाधीश को भी जनदर्शन द्वारा शिकायत की गई है।किंतु आज पर्यंत कोई कार्यवाही नहीं होने से जमीन दलालों के हौसले बुलंद हो चुके है।यही वजह है की नियमो को ताक में रखकर हेराफेरी का खेल जारी है।गौरतलब है की बरसात का मौसम निजदिक है।यदि उक्त भूमि को समतल नहीं किया गया तो निचली बस्ती रामनगर में बरसात के समय बाद से बदतर स्थिति बन सकती है।जिससे जनहानि होने की भी आशंका है।यही वजह है की पूरे ग्राम में रोष व्याप्त है किसी भी समय शांति भंग होने की पूर्ण संभावना बनी हुई है।वही इस अफरातफरी में राजस्व अमले के निचले स्तर के कुछ कर्मचारियों के संलिप्त होने की पूर्ण आशंका है।जिसको लेकर ग्राम स्याहिमुढी के लोग एक बार फिर दर्री तहसीलदार से कार्यवाही की मांग किए है।