कोरबा: शहर से 50 किलोमीटर दूर बरामद हुई मजहर की लाश.. तीन दिन पहले कार के नहर में गिरने से हुई थी मौत.. एक कि कार के भीतर से मिली थी लाश.

नहर के साइफन में फंसी हुई थी मजहर की लाश.. रेस्क्यू और खोजबीन ऑपरेशन हुआ खत्म.

कार के नहर में डूबने से हुई थी दोनों की जलसमाधि.. मजहर था घटनास्थल से लापता.

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़): गेरवाघाट-राताखार बाईपास नहर में कार समेत जलसमाधि होने वाले दूसरे दोस्त अजहर इमाम की लाश कड़ी मशक्कत और खोजबीन के बाद शहर से 50 किलोमीटर दूर जांजगीर-चाम्पा जिले के नगरदा से बरामद की गई है. खोजबीन के दौरान मजहर का शव नहर के साइफन में फंसा हुआ पाया गया. दूसरे युवक की लाश बरामद होते ही उनके घर पर कोहराम मच गया. पुलिस शव के पंचनामे और आवश्यक कार्रवाई में जुट गई है. वैधानिक प्रक्रिया के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिजनों के सुपुर्द कर दिया जायेगा.

दरअसल साउथ इस्टर्न कोलफिल्डस लिमिटेड (एसईसीएल) के सुभाष ब्लाक कालोनी में निवासरत युवक आरिफ पिता कादिर (23 वर्ष) के भाई इकबाल को सिंगरौली जाना था. सोमवार की रात को वह कार (सीजी 12 एयू 6395) में छोड़ने निकला. वह अपने साथ पड़ोस में रहने वाले दोस्त मजहर पिता अजहर (19 वर्ष) को साथ ले गया. इकबाल को बस में रात करीब 12 बजे बैठा कर रवाना करने के बाद कार में दोनों वापस कोरबा लौट रहे थे. बताया जा रहा है कि रात करीब दो बजे कार राताखार के पास अनियंत्रित हो रेलिंग विहीन नहर में जा गिरी. रात में परिजन मोबाइल में लगातार संपर्क में थे. रात तीन बजे दोनों का मोबाइल बंद मिला, तब उन्होंने सोचा कि बैटरी डाउन हो गई होगी. इसके बाद परिजन भी सो गए. मंगलवार की सुबह तक दोनों घर नहीं पहुंचे, तब चिंता हुई. आसपास के लोगों को इसकी जानकारी हुई तो अलग अलग दिशा में लापता युवको की खोजबीन की जा रही थी. मानिकपुर पुलिस चौकी को भी इसकी सूचना दे दी गई थी.

इस बीच मंगलवार को शाम करीब चार बजे नहर में कुछ लोग नहाते वक्त पानी के अंदर से बुलबुला उठते देखा, तब उन्हें संदेह हुआ और डूबकी लगा कर देखा, तब उन्हें कार दिखाई दी. लापता युवकों के परिजन भी नहर के पास खोजबीन कर रहे थे, लोगों ने उन्हें कार डूबने की जानकारी दी. इसकी सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने क्रेन से कार को बाहर निकलवाया. कार के अंदर आरिफ की लाश मिली लेकिन मजहर का पता नहीं चल सका था. आज मजहर की लाश भी ढूंढ ली गई.