कोरबा/पाली तानाखार 16 सितम्बर 2022 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : सूबे के मुखिया भुपेश बघेल के प्रयास से 12 जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल हुए है। इस सराहनीय कार्य के लिए पाली तानाखार विधायक मोहित केरकेट्टा ने मुख्यमंत्री का आभार जताया हैं। उन्होंने कहा कि भुपेश है तो भरोसा हैं। माटी पुत्र मुख्यमंत्री के कार्यो से छत्तीसगढ़ का नाम देश विदेश में रौशन हुआ हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राज्य की विभिन्न जातियों को अनुसूचित जनजातियों में शामिल कराने के प्रयास के परिणामस्वरूप उन्हें अजाजा ने शामिल किया गया है। श्री बघेल के प्रयास की वजह से पाली विधानसभा क्षेत्र में निवास करने वाले लोगों को लाभ मिलेगा। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 11 फरवरी 2021 को पीएम मोदी को पत्र भेजकर छत्तीसगढ़ की 12 जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने का आग्रह किया था।
महत्वपूर्ण बात यह है विधायक मोहित राम केरकेट्टा ने CM भूपेश बघेल से आग्रह किया था कि कोरबा जिले का पाली तानाखार विधानसभा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने से ऐसे सभी जाति को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने से शासन की विशेष योजनाओ का लाभ मिल सके। जिस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आग्रह पर केंद्रीय कैबिनेट से मंजूरी मिलने के बाद छत्तीसगढ़ के इन 12 जाति समुदायों के छत्तीसगढ़ की अनुसूचित जनजातियों की सूची में शामिल होने के बाद सरकार की अनुसूचित जनजातियों के लिए संचालित योजनाओं का लाभ मिलने लगेगा। छात्रवृति, रियायती ऋण, अनुसूचित जनजातियों के बालक-बालिकाओं के छात्रावास की सुविधा के साथ शासकीय सेवा और शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण का लाभ मिल सकेगा।
इन जातियों को किया गया शामिल:
1) भारियाभूमिया (BhariaBhumia) के पर्याय के रूप में भूईंया (Bhuinya),
(2) भूईयां (Bhuiyan), भूयां (Bhuyan) Bharia नाम के अंग्रेजी संस्करण को बिना बदलाव किए भरिया (Bharia) के रूप में भारिया (Bharia) का सुधार।
(3) पांडो के साथ पंडो, पण्डो, पन्डो
(4) धनवार (Dhanwar) के पर्याय के रूप में धनुहार (Dhanuhar), धनुवार (Dhanuwar).
(5) दबा (Gadba, Gadaba)
(6) गोंड (Gond) के साथ गोंड़
(7) कौंध (Kondh) के साथ कोंद (Kond)
(8) कोडाकू (Kodaku) के साथ कोड़ाकू (Kodaku)
(9) नगेसिया (Nagesia), नागासिया (Nagasia) के पर्याय के रूप में
(10) किसान (Kisan)
(11) धनगढ़ (Dhangad) का परिशोधन धांगड़ (Dhangad