कोरबा में धनतेरस पारंपरिक निवेश की तरफ लौटे लोग , स्वर्ण आभूषण से ज्यादा इस बार बाजारों में निवेश

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) :-  कोरोना संकट के 2 साल बाद धनतेरस पर बाजार पूरी तरह से सजे हुए थे. व्यापारियों को खरीदारों का इंतजार था और उम्मीद के मुताबिक ही इस बार कोरबा के बाजार में लगभग 200 करोड़ रुपयों का कारोबा हुआ है.कोरबा में पारंपरिक निवेश की तरफ लौटे लोगखास बात यह रही कि रियल स्टेट और शेयर बाजार की अनिश्चितताओं के बाद लोग पारंपरिक निवेश सोने की तरफ लौट आए हैं. स्वर्ण आभूषण से ज्यादा इस बार बाजारों में निवेश के लिहाज से शुद्ध सोने की बिक्री हुई है. सोने के सिक्के और बिस्किट के साथ ही चांदी के सिक्कों की भी लोगों ने जमकर खरीदारी की. यह खरीदारी लोगों ने शुभ मुहूर्त में तो की ही है. वह इसे बेहतर और सुरक्षित निवेश की तरह भी देख रहे हैं. एक दिन पहले ही भूपेश सरकार ने किसानों को न्याय योजना की तीसरी किस्त जारी की है. सभी किसानों को धनतेरस के ठीक पहले राजीव गांधी न्याय योजना की राशि मिला है. इसी तरह ऊर्जाधानी में मौजूद सार्वजनिक क्षेत्र में भी सभी कर्मचारियों को बोनस का वितरण किया गया है. एसईसीएल ने 72 हजार 500, बालकों ने 1 लाख 8 हजार 812 रुपये प्रति कर्मचारी का बोनस प्रदान किया है. रेलवे के कर्मचारियों को 78 दिन के बराबर पेमेंट का बोनस प्रदान किया गया है. एनटीपीसी के बोनस निर्धारण की प्रक्रिया फिलहाल जारी है. उम्मीद है कि धनतेरस की अगली सुबह बोनस उनके खाते में डाल जाएगा. जिससे मार्केट में और भी पैसे आएंगे. जबकि सीएसईबी ने 7 हजार प्रति कर्मचारी के अनुसार बोनस प्रदान किया है. करोड़ों रुपए का बोनस कर्मचारियों को बंटा है. जिससे मार्केट में रौनक देखने को मिली है. बोनस के तौर पर कर्मचारियों को बांटी गयी राशि मार्केट में ही आया है. लोगों ने धनतेरस के पूरे दिन जमकर खरीदारी की.1.25 करोड़ का पटाखा व्यवसायपटाखों की खरीदारी भी शुरू हो चुकी है. जिले में लगभग एक करोड़ 25 लाख रुपए की पटाखों की खरीदारी लोग करते हैं. धनतेरस के दिन से इसका पटाखों की खरीदारी भी शुरू हो चुकी है.

रियल स्टेट कारोबार मंदा
रियल स्टेट सेक्टर इस बार धनतेरस में काफी मंदा रहा. उम्मीद के मुताबिक इस बार जमीन और रियल स्टेट में लोगों ने ज्यादा इन्वेस्ट नहीं किया है. इसके बजाय अधिकतर लोगों ने सोने में अपना पैसा निवेश किया है. स्वर्ण आभूषण से ज्यादा इस बार ज्वेलरी शॉप में सोने के बिस्किट आदि की खरीदारी हुई है.

बर्तन और वाहन भी बिके
सराफा के बाद जिस क्षेत्र में सर्वाधिक खरीदारी हुई है वह बर्तन और ऑटोमोबाइल है. कोरबा जिला में दो चक्का के साथ ही चार चक्का वाहनों की भी जमकर खरीदारी हुई है. यही हाल बर्तन का भी है. लोगों ने बड़े पैमाने पर बर्तन की खरीदारी भी की है.


इस वर्ष इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में भी जमकर खरीदारी हुई है. वर्तमान समय में कई कंपनियां हैं. जो 20 के इलेक्ट्रॉनिक सामानों को फाइनेंस करती हैं. 2 से 3 हजार की आसान मासिक किस्तों में महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामानों को फाइनेंस करने के लिए 0% फाइनेंस की सुविध उपलब्ध है. यह विकल्प मिलने से लोगों ने इलेक्ट्रॉनिक सामानों की भी जमकर खरीदारी की है. अब 20 से 25 हजार रुपये तक के मोबाइल फोन की खरीदारी बेहद सामान्य बात है.

सोने की खारीदारी अधिक
जिला चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष रामसिंह अग्रवाल ने बताया कि इस कोरोना के पहले जैसे खरीदारी हुआ करती थी. इस बार उससे भी अधिक खरीदारी लोगों ने की है. खास तौर पर सर्राफा बाजार में काफी रौनक रही. लोगों ने निवेश करने की सोच के साथ सोने के बिस्किट की जमकर खरीदारी की है. लोग पुराने जमाने की तरह, परंपरागत तौर पर सोने में निवेश करने की ओर लौट रहे हैं. कुल मिलाकर इस बार 200 करोड़ रुपये की खरीदारी हुई है.