कोरबा : मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत 74 जोड़े बंधे परिणय सूत्र में.. सांसद व विधायकों ने दिया नवविवाहित जोड़ो को आशीर्वाद व उपहार.

कोरबा/कटघोरा 31 मार्च 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : कोरबा जिले के कटघोरा में मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत आज 74 जोड़े विवाह बंधन में बंधे। कटघोरा के महेशपुर स्थित कंवर समाज भवन में आयोजित सामूहिक विवाह के अवसर पर कोरबा लोकसभा की सांसद श्रीमती ज्योत्सना चरणदास महंत, कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर, पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शिवकला कंवर व राज्य गौ सेवा आयोग के सदस्य प्रशांत मिश्रा तथा राज्य महिला आयोग सदस्य अर्चना उपाध्याय ने नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया साथ ही सुखी दाम्पत्य की शुभकामना भी दी साथ ही उपहार भेंट किए। उन्होंने कहा कि निर्धन कन्याओं के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना वरदान है। इस योजना के माध्यम से फिजुल खर्च एवं दहेज प्रथा जैसे कुरीतियों को समाप्त करने का एक अच्छा माध्यम है। अब ऐसे कन्याओं के माता-पिता को आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ रहा। आज मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में कटघोरा, पोंडी उपरोडा व पाली विकासखण्ड के आज 74 जोड़े विवाह बंधन में बंधे । इस अवसर पर राज्य खाद्य आयोग के सदस्य हरीश परसाई, कोरबा महिला जिला कांग्रेस कमेटी ग्रामीण अध्यक्ष भवना जायसवाल, पोंडी उपरोडा जनपद उपाध्यक्ष राम प्यारी जाखड़, पूर्व महिला कांग्रेस कमेटी की अध्यक्ष उषा तिवारी, जनपद सदस्य व विधायक प्रतिनिधि भोला गोस्वामी, मदरसा बोर्ड के सदस्य डॉ शेख इश्तियाक, कटघोरा शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजीव लखनपाल, विधायक प्रतिनिधि राज जायसवाल, पूर्व जनपद सदस्य प्रकाश सिंह जाखड़’, जनपद सदस्य बजरंग पैकरा , विधायक प्रतिनिधि अशुतोष शर्मा प्रिंस अग्रवाल एवं स्थानीय जनप्रायिनिधि तथा गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

कोरबा सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने कहा कि शादी सामजिक जीवन में एक महत्वपूर्ण अंग है। यह वर-वधु का नहीं बल्कि दो दिलों का मिलन और दो परिवारों का एक होना भी है। उन्होंने कहा कि समाज में हम सब की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, चाहे वो सामाजिक, संस्कृति, आर्थिक किसी भी क्षेत्र में हो। हम सबको मिल-जुलकर अपने दायित्वों का निर्वहन करना होता है। राज्य सरकार ने जनता की बेहतरी के लिए कई बेहतर योजनाएं बनाई है जिनमे से एक है मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना जिनका फायदा राज्य के हर वर्ग के गरीब व्यक्ति को मिल रहा है। साथ ही कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन एवं महिला बाल विकास विभाग की टीम को भी बधाई एवं शुभकामनाएं दी।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत् प्रति जोड़ा 25 हजार रुपए का व्यय निर्धारित है। जिसमें 5 हजार रुपए वस्त्र, श्रृंगार सामग्री, आभूषण पर, 5 हजार रूपए विवाह के आयोजन पर, 14 हजार रुपए प्रोत्साहन सामग्री व 1 हजार बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से वधु को दिया जाता है। नवविवाहित जोड़ों को जीवनोपयोगी विभिन्न सामग्रियां जैसे कुकुर, बर्तन गद्दा, आलमीरा, वैवाहिक वस्त्र, मंगलसूत्र, बिछिया, पायल, वैवाहिक वस्त्र, श्रृंगार सामग्रियां आदि उपहार स्वरूप प्रदान किए जाते है। इसके अतिरिक्त विवाह का आयोजन शासकीय स्तर पर किया जाता है।

कार्यक्रम के समय को लेकर अतिथियों में दिखी नाराज़गी.

मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत निर्धारित कार्यक्रम को लेकर विधायकों के साथ साथ समस्त जनप्रतिनिधियों में नाराजगी देखी गई। राज्य गौ सेवा आयोग के सदस्य प्रशांत मिश्रा ने अपने उद्बोधन में महिला बाल विकास विभाग पर जमकर नाराज़गी दिखाई और कहा कि इस कार्यक्रम को लेकर दो महीने से तैयारी चल रही है लेकिन जिले में दो जगह पर सामूहिक विवाह का कार्यक्रम करना और विभाग द्वारा समय का ध्यान नही देना यह कार्यक्रम की अव्यवस्थाओं को साफ दर्शाता है। दोनों कार्यक्रम के समय को अलग अलग रखना चाहिए था जिससे नवविवाहित जोड़ो तथा कार्यक्रम में पधारे अतिथियों को परेशानी नही होती। सुबह से नवविवाहित जोड़े विवाह संपन्न होने के बाद घण्टों से बैठे है। और शाम को अतिथियों का आगमन हो रहा है। इससे विभाग की लापरवाही साफ सामने आ रही है जोकि बिल्कुल गलत हैं।