कोरबा : मामा भांजे समेत दोस्त की हुई सड़क हादसे में दर्दनाक मौत.. तेज रफ्तार पिकप ने बाइक सवार को बनाया अपना शिकार.. बांगों थाना क्षेत्र की घटना.

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)हिमांशु डिक्सेना : –अंबिकापुर नेशनल हाईवे-130 में तेज रफ्तार के कहर ने एक झटके में तीन जिंदगी तमाम कर दी। इस रास्ते पर बढ़ते हादसों ने एक बड़ा सवाल तो खड़ा किया है।
कोरबा जिले के ब्लैक स्पॉट चिन्हित बांगो थाना अंतर्गत ग्राम बंजारी निवासी रामनारायण यादव 08.05.2022 के शाम 06:00 बजे करीबन अपने मोटर सायकल CD 110 होण्डा में मड़ई बाजार गया था। बाजार से सामान खरीदकर वापस घर लौट रहा था कि रास्ते में अमृत लाल रजक व भांजा प्रमोद कुमार धनुहार को लिफ्ट दिया। तीनों बाइक से बंजारी आ रहे थे की NH130 मेनरोड मड़ई यादव होटल के पास शाम करीब 07:30 बजे पीछे तरफ से आ रहे पिकअप क्रमांक CG 10 BH 4830 के चालक ने तेजी, लापरवाही एवं उपेक्षापूर्वक चलाकर मोटर सायकल CD 110 होण्डा को ठोकर मारकर एक्सीडेंट कर दिया। एक्सीडेंट करने से मोटर सायकल में पीछे बैठे प्रमोद कुमार व अमृतलाल रोड में फेंका गये एवं रामनारायण यादव के उपर पिकअप क्रमांक CG 10 BH 4830 चढ़ गया। एक्सीडेंट में रामनारायण यादव, अमृत लाल रजक, प्रमोद कुमार धनुहार को चोट आने से तीनों की मृत्यु हो गई। डायल 112 की मदद से पोंड़ी उपरोड़ा मर्च्युरी ले जाकर शवों को रखा गया। मृतक रामनारायण यादव की पत्नी की रिपोर्ट पर पिकअप क्रमांक CG 10 BH 4830 के चालक पर अपराध दर्ज कर लिया गया है।

सडक अच्छी होने नही रुक रही वाहनों की रफ्तार

कोरबा जिले में जहां खराब सड़कें दुर्घटनाओं की वजह बनी हुई हैं वहीं अच्छी सड़कों पर भी हादसे होना चिंताजनक है। स्थानीय लोगों की मानें तो नेशनल हाईवे का जो निर्माण किया गया है, उसमें तेज रफ्तार से चलते वाहनों पर लगभग आधा दर्जन ऐसे जगह हैं जहां एकाएक नियंत्रण कर पाना काफी मुश्किल होता है और हादसे हो जाते हैं। मार्ग को इस तरह बनाया गया है कि गाड़ियां जम्प करते हुए चलती हैं। जम्प करते हुए चलने वाले वाहनों के रफ्तार पर नियंत्रण नहीं होने के कारण कहीं मोड़ पर तो कहीं सीधे रास्ते पर टक्कर-ठोकर लगती ही रहती है। क्या विभागीय अधिकारियों के द्वारा सड़क के निर्माण में तकनीकी रूप से अनदेखी की गई है? क्या सड़क के निर्माण में गंभीर खामियां बरती गई हैं जो इस रास्ते पर अक्सर हादसे होते ही रहते हैं? इस दिशा में पुलिस के साथ-साथ सड़क निर्माण कंपनियों और विभागीय अधिकारियों को गहन छानबीन करने की जरूरत है।

अक्सर तेज रफ्तार को हादसों की वजह तो बताया ही जाता है लेकिन क्या नेशनल हाईवे-130 पर होने वाली दुर्घटनाओं के पीछे सड़क के निर्माण की तकनीकी खामी एक बड़ी वजह है? हम इसे प्रमाणित तो नहीं कर सकते लेकिन स्थानीय लोगों ने एक सवाल जरूर उठाया है। कुछ पुलिस कर्मी और अधिकारी भी मानते हैं कि सड़क के निर्माण में तकनीकी तौर पर खामी उन्होंने भी महसूस की है, खासकर इस मार्ग के मोड़/घुमावदार स्थानों पर। वैसे तो हादसों पर नियंत्रण के लिए पुलिस लगातार कप्तान भोजराम पटेल के मार्गदर्शन में काम कर रही है। हाईवे पेट्रोलिंग के लिए दो वाहन प्राप्त हुए हैं। इसके अलावा मंझले और बड़े वाहन चालकों को भी चाहिए कि वे अपने रफ्तार पर नियंत्रण रखें और किसी की जिंदगी व परिवार की खुशियां छीनने की वजह ना बनें।