कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : कोरबा जिले की मां मड़वारानी मंदिर पूरे छत्तीसगढ़ में प्रसिद्ध है. यहां मां मड़वारानी के दर्शन के लिए भक्त दूर-दूर से आते हैं. यह मंदिर श्रद्धा और आस्था का प्रतीक है. मान्यता है कि मां मड़वारानी स्वयं प्रकट होकर आस-पास के गावों की रक्षा करती हैं. मां मड़वारानी मंदिर, मड़वारानी पहाड़ की चोटी पर कलमी पेड़ के नीचे स्थित है. मां मड़वारानी मंदिर घने पर्वत पर फूलों और फलदार वृक्षों से ढंका है. यहां जंगली जानवार घूमते देखे जा सकते हैं. यह मार्ग मुख्य मार्ग से 5 किमी लंबा है, जहां अपनी गाड़ी से आसानी से पहुंचा जा सकता है. मंदिर के पुजारी बताते हैं, उनके दादा-परदादा के सपने में मां मड़वारानी आई थी. उन्होंने कलमी पेड़ पर होने की बात कही थी, तब से मां मड़वारानी की पूजा होने लगी. मान्यता यह भी है कि मां मड़वारानी अपनी शादी के मंडप (मड़वा) को छोड़कर आ गई थी. इस दौरान बरपाली-मड़वारानी रोड में उनके शरीर से हल्दी एक बड़े पत्थर पर गिरा. वह पत्थर पीला हो गया, मां मड़वारानी के मंडप से आने के कारण गांव और पर्वत को मड़वारानी के नाम से जाना जाने लगा.