कोरबा : महिला खुश तो परिवार खुश की थीम पर ब्रह्माकुमारीज कटघोरा प्रांगण में वुमेन्स डे बड़े ही हर्षो उल्लास के साथ सेलिब्रेट किया गया.

कोरबा/कटघोरा 15 मार्च 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय की कटघोरा स्थित शाखा मे महिला दिवस के अवसर पर खुशहाल महिला खुशहाल परिवार की थीम पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पिंकी अग्रवाल (मारवाड़ी महिला समिति अध्यक्ष), पुष्पा मित्तल (गायत्री मंदिर समिति अध्यक्ष), डॉक्टर रीता चौरसिया (खंड विस्तार प्रशिक्षण अधिकारी कटघोरा) एवं नगर पालिका अध्यक्ष जी की अर्धांग्नी श्री मति सरोज अग्रवाल भी मंचस्थ रहीं ।

वही ब्रह्माकुमारीज संस्था की ओर से मंचस्थ अतिथि के तौर पर ब्रह्माकुमारी लीना बहन(कोरबा सेवा केंद्र), ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन (गेवरा सेवा केंद्र) उपस्थित थे इसके साथ ही बांकीमोंगरा सेवा केंद्र से बीके जीतेश्वरी साहू, गेवरा सेवा केंद्र से बीके राजकुमारी बहन भी कार्यक्रम को सफल बनाने उपस्थित रहीं। कार्यक्रम की शुरुआत प्रांगण मे पधारे समस्त अतिथिगणों को तिलक लगाकर, पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया। कुमारी कृतिका ने अतिथियों के स्वागत मे स्वागत नृत्य प्रस्तुत किया। अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। कुमारी कृतिका स्वागत नृत्य प्रस्तुति के बाद ब्रह्माकुमारीज गेवरा से पधारे बीके ज्योति बहन जी नें अपने उद्बोधन मे बतलाया की हमें घर की महिलाओं को खुश रखने की जरूरत है क्योंकि अगर घर की महिलाएं खुश तो घर खुशहाल रहेगा।

श्रीमती पिंकी अग्रवाल जी नें अपने उद्बोधन मे कहा की वह बचपन से अप्रत्यक्ष रूप से संस्था से परिचित रही हैं अब मौका मिला है की संस्था के द्वारा आयोजित विभिन्न तरह की गतिविधियों मे भागीदारी करके सामाजिक उत्थान मे योगदान प्रदान करने का, आगे उन्होंने कहा की अगर घर की महिला खुश है तो इससे परिवार खुशहाल बनता है और परिवार खुशहाल होने से समाज खुशहाल बनता है। तो अगर समाज मे ख़ुशी बिखेरनी है तो घर की महिलाओं को खुश रखें।डॉ रिता चौरसिया नें महिला दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम मे शिरकत करने आये समस्त महिलाओं को कहा की मुझे जहां कहीं भी नजर आता है की कोई महिला आगे बढ़ना चाहती है तो मैं उनकी हर सम्भव मदद करना चाहती हूं। आगे मैं सभी महिलाओं से कहना चाहूंगी की वैसे तो महिला पुरुष एक दूसरे के पूरक हैं फिर भी महिलाओं को पुरुषों पर निर्भर होने की जगह आत्मनिर्भर बनना चाहिए। क्योंकि निर्भरता कमजोर बनाती है और आत्मनिर्भर होना एक शक्ति है।

पुष्पा मित्तल नें अपने उद्बोधन मे कहा की मैंने मन की शांति के लिए ब्रह्माकुमारीज द्वारा सीखलाये जाने वाले राजयोग मैडिटेशन की प्रेक्टिसेस जीवन शैली मे अडॉप्ट किया और गहन शांति की अनुभूति का अनुभव किया आप सभी से भी राजयोग के अभ्यास करने का सुझाव देते हैं। जिससे की व्यस्त जीवन शैली मे खुद के लिए समय निकालकर मन को शांति रख सकें क्योंकि शांति मन से हर कार्य और भी अच्छे से होता है। सरोज अग्रवाल जी नें अपने उद्बोधन मे महिला दिवस के अवसर पर प्रांगण मे पधारे समस्त महिलाओं को शुभकामनायें प्रेसित करते हुवे, ब्रह्माकुमारिज द्वारा इस अवसर पर क्षेत्र की महिलाओ को एकत्रित कर प्रोग्राम अरेंज करने हेतु उनकी सराहना की।

ब्रह्माकुमारी लीना बहन जी के द्वारा प्रेरक कहानियों के माध्यम से सभा मे उपस्थित समस्त जनों को मोटिवेट किया गया। आगे उन्होंने बतलाया की ख़ुशी आज की तारीख मे सब बाहर व्यक्ति या वस्तुवों मे तलाश रहे हैं जबकि ख़ुशी हमारी निजी संस्कार है। हमें ज़ब चाहें तब इसे महसूस कर सकते हैं। हमारी ख़ुशी बाहरी किसी चीजों पर आधारित नहीं। ब्रह्माकुमारी जीतेश्वरी बहन नें सभा मे मौजूद समस्त जनों को मैडिटेशन कॉमेंट्री के माध्यम से गहन शांति की अनुभूति करवाए। वहीं महिलाओं को कुर्सी दौड़ करवाया गया। जिसमे प्रत्येक कुर्सी मे एक एक मानवीय गुण लिखा हुआ था। जिसकी कुर्सी मे जो गुण आता उन्हें उन गुणों पर बोलना होता था।

कंचन बहन के द्वारा कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन किया गया साथ ही गर्भ मे पल रही बेटियों के हो रहे भ्रूण हत्या पर जागरूकता लाने के उद्देश्य से भावनात्मक गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम के अंत मे समस्त अतिथियों को श्रीफल भेंट किया गया। और कार्यक्रम मे पधारे समस्त भाई बहनों को टोली (प्रसाद) वितरण किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने sai समिति की महिलाएं भी उपस्थित रहीं। इस प्रकार से ब्रह्माकुमारीज कटघोरा प्रांगण मे महिला दिवस के उपलक्ष्य पर आयोजित कार्यक्रम सफलता पूर्वक संपन्न हुआ।