कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) : केंद्र के समान महंगाई भत्ता देने की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के 4 लाख से ज्यादा शासकीय कर्मचारी आज को सामूहिक अवकाश पर रहें। कर्मचारियों के एक साथ सामूहिक रूप से अवकाश पर जाने से तहसील, कलेक्ट्रेट, पटवारी सहित अन्य सरकारी दफ्तरों के कामकाज प्रभावित हुए। और लोग इधर उधर भटकते रहे। वहीं कटघोरा में शासकीय कर्मचारियों का आज एक दिवसी कलम बंद-काम बंद आंदोलन को लेकर अवकाश पर रहे । सामूहिक छुट्टी के संबंध में कर्मचारी अधिकारी संघ के सदस्य तहसील, विकासखंड और जिले के कर्मचारियों से आग्रह कर रहे हैं कि वे उनके इस हड़ताल में उनका समर्थन करें।
बता दें कि केंद्र सरकार अपने कर्मचारियों को 34 फीसदी महंगाई भत्ता दे रही है। वहीं छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों एवं अधिकारियों को केवल 22 प्रतिशत महंगाई भत्ता मिलता है। अब केंद्र ने जुलाई से अपने कर्मचारियों को 5 प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाकर देने का ऐलान किया है। इसके बाद राज्य के सरकारी कर्मचारी लगातार महंगाई भत्ता बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
कोरबा जिला कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के जिलाध्यक्ष जे पी उपाध्याय ने बताया कि हम अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलनरत है ,फिर भी छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार कर्मचारियों की मांगों को लेकर गंभीर नहीं है। बार-बार आवेदन एवं निवेदन करने के बावजूद भी हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसलिए मजबूर होकर फेडरेशन के प्रांतीय नेतृत्व केंद्र के समान देय तिथि के अनुसार निर्धारित 34% महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुसार गृह भाड़ा भत्ता की 2 सूत्री मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन के प्रथम चरण में मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन के नाम कलेक्टर के माध्यम से ज्ञापन सौंपा गया। तृतीय चरण में 25 से 29 जुलाई तक अवकाश लेकर कलम बंद काम बंद हड़ताल करेंगे। इसके बाद भी सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करेगी तो फेडरेशन अनिश्चितकालीन आंदोलन में जाने के लिए बाध्य होगा। जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।