कोरबा : प्रसिद्ध भागवत आचार्य देवकीनंदन ठाकुर जी से आशीर्वाद लेने पहुंचे उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक..

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) हिमांशु डिक्सेना :पूज्य देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज के सानिध्य में 16 से 22 सितंबर 2023 तक श्रीमद भागवत कथा का आयोजन – स्टेडियम ग्राउंड, हाईस्कूल परिसर, गोकुल धाम के पास कटघोरा, छत्तीसगढ़ में किया जा रहा है। श्रीमद भागवत कथा के षष्ठम दिवस की शुरुआत विश्व शांति के लिए प्रार्थना के साथ की गई। जिसके बाद पूज्य महाराज जी ने भक्तों को ‘हमने ब्रज के ग्वाले से, अपना दिल लगाया है भजन का श्रवण कराया।

मनुष्य भगवान से कुछ न कुछ चाहते हैं लेकिन भगवान को ही नहीं चाहते हैं…भगवान हमेशा धर्म की स्थापना और रक्षा करने के लिए पृथ्वी पर आते हैं – पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी महाराज

आज कथा में अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक जी पधारे। पूज्य श्री महराज जी का आशीर्वाद प्राप्त कर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक जी ने कहा – उत्तर प्रदेश के अयोध्या में प्रभु राम लला मंदिर का जनवरी माह में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी लोकार्पण करेंगे मैं यहाँ आप सब को निमंत्रण देने आया हूँ।”

बाएं हाथ से उठा कर पानी नहीं पीना चाहिए क्यूंकि बाएं हाथ से उठा कर जल पीना मदिरा के सामान है।

जो भोजन में चित लगा कर भोजन करता है उसी को भोजन लगता है।

धरती,आकाश, जल, वायु सब कुछ भगवान की आज्ञा से ही होता है और बिना भगवान की मर्ज़ी के कुछ नहीं हो सकता है।

भगवान को अभिमान पसंद नहीं है जिस मनुष्य में अहंकार आ जाता है तो भगवान उस मनुष्य का त्याग कर देते हैं। मनुष्य भगवान से कुछ न कुछ चाहते हैं लेकिन भगवान को ही नहीं चाहतें हैं। जो व्यक्ति कथा का श्रवण करता हैं उस व्यक्ति का कल्याण होना निश्चित हो जाता है।

कर्म करके धन पाना कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन धन के द्वारा धर्म करें और धर्म के द्वारा गोविन्द को पाएं यही मनुष्य के जीवन का लक्ष्य है।

किसी भी कठिन समय में जैसे पिता नहीं बदले जा सकते वैसे ही किसी भी कठिन समय में अपना धर्म नहीं बदला जा सकता है। सनातनियों का तो महाबीर पर सिंदूर चढ़ाने ,राम की रामायण पढ़ने ,कृष्ण जी की बांसुरी सुनने के लिए जन्म हुआ है।

भगवान कहते हैं जो मनुष्य मेरा जिस मन से भजन करता है, मैं उस मनुष्य को वैसे ही अपनाता हूँ। जो व्यक्ति भगवान को पाना चाहते है, उन्हें देखना चाहते है तो नकी पूजा- पाठ करनी और मंत्र का जाप करना चाहिए।

भगवान हमेशा धर्म की स्थापना और रक्षा करने के लिए पृथ्वी पर आते हैं।