कोरबा : पसान क्षेत्र में बिजली की आंख मिचौली से 30 ग्राम प्रभावित.. नाराज़ सरपंच व ग्रामीणों ने तहसीलदार को सौपा ज्ञापन.

कोरबा/पसान 7 सितंबर 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) अकित सिंह : कोरबा जिले के अंतिम छोर तथा वनांचल क्षेत्र पसान क्षेत्र में पिछले कई महीने से गांव में चल रही बिजली की आंख-मिचौनी से परेशान पसान की सरपंच विनीता देवी रामशरण सिंह तंवर व ग्रामीणों ने पसान तहसीलदार के पास पहुंचकर ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में बिजली सुविधा मिलने से लेकर अब तक लाइन मेंटेनेंस का कोई कार्य नहीं हुआ। इधर, विद्युत विभाग रखरखाव कार्य का हवाला देकर आए दिन बिजली गुल कर देते है। दिन हो या रात, कभी भी बिजली गुल हो जाती है और फिर लोग घंटों परेशान होते रहते हैं। समस्या से स्थायी समाधान की मांग की गई है।

ग्राम पंचायत पसान की सरपंच विनीता देवी रामशरण सिंह तंवर ने पसान तहसीलदार लीलाधर ध्रुव को ज्ञापन सौंपते हुए शिकायत के साथ समस्या के समाधान की मांग की है। पत्र में उन्होंने तहसीलदार को गांव में बिजली बंद होने से पेश आ रही समस्या से अवगत कराया है। पत्र में लिखा गया है कि पिछले कई दिनों से ग्राम पसान व आसपास के लगभग 30 गावों में विद्युत व्यवस्था बाधित है। बार-बार बिजली की आंख-मिचौली से त्रस्त ग्रामीण समस्या से जूझकर परेशान होने मजबूर हैं। यह समस्या पिछले कई महीनों से लगातार बनी हुई है। जिस दिन से गांव में बिजली आई है, तब से पसान व आसपास के क्षेत्रों में मेंटेनेंस कार्य नहीं किया गया है। उधर वितरण विभाग की ओर से मेंटेनेंस के नाम पर विद्युत कटौती कर लोगों को आए दिन परेशान किया जा रहा। पत्र के माध्यम से ग्रामीणों ने अपनी इस समस्या के स्थायी निराकरण की मांग विद्युत की है।

बिना हवा-पानी अंधेरे में कटती है रात

सरपंच का कहना है कि अगर मौसम खराब हो तो सुरक्षा के मद्देनजर बिजली गुल करना समझा जा सकता है। पर कई बार बिना हवा-पानी के साफ मौसम में भी पूरे दिन बिजली कट कर दी जाती है। सुबह से शाम, दोपहर व रात-रात भी बिजली गुल रहने से अंधेरे में गुजारना पड़ता है। विभाग के दफ्तर में कॉल कर शिकायत या समस्या बताने पर एक घंटे में बिजली लौट आने की बात कही जाती है, पर ऐसा होता कभी नहीं। बताई गई अवधि में समस्या का समाधान तो दूर, ग्रामीण कई घंटे बिजली गुल की दिक्कत से जूझते रहते हैं पर विभागीय अमला इसके स्थायी समाधान को लेकर कभी गंभीर न हुआ।

बच्चों की पढ़ाई, विषैले जीवों का डर

सरपंच व ग्रामीणों ने कहा कि खासकर रात के वक्त बिजली गुल हो जाने से सबसे ज्यादा दिक्कत बच्चों की पढ़ाई को लेकर होती है। इसके अलावा यह गांव वन्य क्षेत्र से घिरा होने के कारण खासकर बारिश में सर्प-बिच्छू व अन्य जहरीले जीवों के निकलने का डर बना रहता है। रात में बिजली न हो तो ऐसे जीवों से खतरा हो सकता है। दूसरी ओर वन्य प्राणियों का खतरा भी होता है, जिससे बिजली के सहारे ही ग्रामीण खुद का बचाव सुनिश्चित कर पाते हैं। ऐसे में बिजली गुल की समस्या का बार-बार पेश आना उनके लिए परेशानियां निर्मित करता है।