कोरबा/कटघोरा 3 अप्रैल 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : रेत से भरे ट्रक को पकड़ कर कार्यवाही करने के मामले में तहसीलदार के हुए तबादले में विरोध का स्वर तेज हो गया है। तहसीलदार की स्थानांतरण का विरोध करते हुए तहसील दफ्तर के सभी कर्मचारियों ने सामूहिक अवकाश लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए स्थानांतरण का विरोध किया। उनका साथ देते हुए तहसील के सभी पटवारी, आरआई व कोटवारों ने भी अपना काम बंद रखा। इसके साथ ही अधिवक्ता संघ ने भी आंदोलन को समर्थन दिया। एक तरफ कर्मचारी धरना प्रदर्शन कर ट्रांसफर निरस्त करने के लिए नारेबाजी करते रह गए दूसरी तरफ आदेश निकाल कर तहसीलदार को रिलीव भी कर दिया गया। इससे नाराज होकर छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के प्रांताध्यक्ष कृष्णकुमार लहरे के नेतृत्व में ट्रांसफर के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया है।
निंदा प्रस्ताव हुआ पारित
तहसीलदार के तबादले और तत्काल रिलीविंग के खिलाफ छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ इकाई बलौदा बाजार ने निंदा प्रस्ताव पारित किया है। निंदा प्रस्ताव में कहा गया है कि अवैध रेत परिवहन पर छत्तीसगढ़ गौण खनिज अधिनियम की कार्यवाही की गई थी। जिसके 1 घंटे बाद कसडोल विधायक शकुंतला साहू तहसील दफ्तर पहुंची थी व तहसीलदार को तबादला करवाने की धमकी देते हुए दुर्व्यवहार किया था। अवैध परिवहन पर विधिवत की गई कार्यवाही को भी रोकने के लिए दबाव बनाया गया एवं अवैध माइनिंग को संरक्षण देते हुए 3 घंटे के भीतर ही राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के द्वारा करवाई करने वाले तहसीलदार का स्थानांतरण मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय रायपुर में किया जाना अनुचित एवं एकपक्षीय कार्यवाही है। इससे समस्त राजस्व विभाग का मनोबल गिरेगा एवं अवैध माइनिंग करने वालों के हौसले बुलंद होंगे। ट्रांसफर की कार्यवाही का छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ इकाई बलौदाबाजार ने घोर निंदा करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया है