कोरबा : निर्वाचन विभाग द्वारा बन्द पोर्टल के बाद भी बन रहे वोटर आई डी कार्ड.. फर्जी वोटर आई डी कार्ड बना रहे च्वॉइस सेंटर पर पुलिस की दबिश.. जप्त मोबाइल के जांच में पुलिस के भी उड़े होश

कोरबा/दर्री (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ )2 सितंबर 2022 : भारत निर्वाचन आयोग एवं मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ कार्यालय के वर्तमान व्यवस्था अनुसार वोटर ID कार्ड प्रिंटिंग की व्यवस्था को सेंट्रलाइज किया गया है। नया एपिक कार्ड अब पुणे की एजेंसी (M tech solution ) द्वारा प्रिंट कर जिला निर्वाचन कार्यालय को भेजा जाएगा उसके बाद जिला निर्वाचन कार्यालय से पोस्ट ऑफिस के माध्यम से सीधे मतदाता के पते पर प्रेषित किया जाएगा।

लेकिन इसके विपरीत कोरबा जिले के दर्री थाना क्षेत्र में सनसनी खेज मामला सामने आया है। प्रतिबध के बावजूद दर्री जमनीपाली स्थित जेलगाव तहसील कार्यालय समीप गज्जू च्वॉइस सेंटर के संचालक गजेंद्र साहू द्वारा फर्जी तरीके से ग्राहकों के फर्जी वोटर आई डी कार्ड बनाया जा रहा है। बतादें की बैंक से लोन लेने के लिए ग्राहक के वोटर आईडी कार्ड होना आवश्यक है। इसलिए बैंकों के एजेंट ग्राहक की फ़ोटो व आधार कार्ड लेकर संबंधित च्वाइस सेंटर में जाकर ग्राहक के वोटर आई डी कार्ड बनाकर मोटी कमाई कर रहें है।

जब मीडिया को इस फर्जीवाड़े की जानकारी मिली तो उनके द्वारा अपने ही एक व्यक्ति को एपिक आई डी नं देकर संबंधित च्वाइस सेंटर में भेजकर वोटर आई डी कार्ड बनाने के लिए भेजा। च्वाइस सेंटर द्वारा तत्काल वोटर आई डी कार्ड बनाकर दे दिया गया। जबकि यह वोटर आई डी कार्ड पूरी तरह एडिट कर बनाया गया था । जिसमें बार कोड तो छपा था लेकिन वह स्कैन करने पर उसकी असलियता पर गलत संकेत दे रहा था। संबंधित कार्ड पर अनुविभागीय अधिकारी के हस्ताक्षर भी गलत प्रिंट किया गया था। जोकि वर्तमान अनुविभागीय अधिकारी के हस्ताक्षर से मेल नही खा रहा है। इससे साफ जाहिर है कि बनाया गया वोटर आई डी कार्ड पूरी तरह फर्जी हैं। यह फर्जी वोटर आई डी कार्ड किसी फर्जी प्रिंट पोर्टल के मार्फ़त से बनाया गया था जोकि मान्य नही हैं।

जब इसकी जानकारी दर्री थाना प्रभारी विवेक शर्मा को दी गई । थाना प्रभारी विवेक शर्मा ने एस आई इंद्रनाथ नायक के नेतृत्व में टीम गठित कर जेलगाँव स्थित गज्जू चुवाइस सेंटर पर दबिश दी। सेंटर से उपयुक्त कंप्यूटर, प्रिंटर व लेपटॉप को जप्त किया गया। जब पुलिस द्वारा मोबाइल, कंप्यूटर व लेपटॉप की जांच की तो मोबाइल में डाटा देख पुलिस के होश उड़ गए। मोबाइल में लगभग 74 वोटर आई डी कार्ड ग्राहकों के अवैध तरीके से फर्जी वोटर आई कार्ड बनाने के सैकड़ो रिकॉर्ड मिले। दर्री पुलिस अपने उच्च अधिकारियों के दिशा निर्देश पर दर्री थाना प्रभारी विवेक शर्मा व एस.आई. इंद्रनाथ नायक इस मामले की गहराई से तहक़ीकात में जुट गई है। फर्जी वोटर आई डी कार्ड बनाने का काम कितने च्वाइस सेंटर में चल रहा है। उनकी जांच में पुलिस जुट गई है।

फिलहाल दर्री थाना प्रभारी विवेक शर्मा ने आरोपी गजेंद्र साहू पर धारा 420, 467, 468, 471 भा. द. वि. पर गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल कर दिया है। और इससे जुड़े लोगों की जांच में जुट गई है पुलिस।