कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) हिमांशु डिक्सेना : कोरबा जिले के पोंडी उपरोड़ा विकासखंड के ग्राम पंचायत कोरबी क्षेत्र में 50 मवेशियों की मौत को लेकर प्रदेश में सियासत गर्म होने लगी है. नेता प्रतिपक्ष धरम लाल कौशिक ने टीकरकरण से मविशियों की मौत पर सरकार को जिम्मेदार ठहराने के आरोप पर पाली तानाखार विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने पलटवार करते हुए कहा कि सरकार पर आरोप लगाने से पहले जांच रिपोर्ट का इंतजार करें कि मवेशियों की मौत टीकाकरण से हुई या किसी और वजह से.
मामले के संज्ञान में आते ही विधायक मोहितराम केरकेट्टा ने इसकी जानकारी जिला कलेक्टर रानू साहू एवं गौ सेवा आयोग के सदस्य प्रशांत मिश्रा को दी. साथ ही कलेक्टर रानू साहू ने विकासखण्ड पोडी-उपरोड़ा के ग्राम कोरबी में गायों की मौत पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच समिति गठित कर दी है. एसडीएम पोड़ी-उपरोड़ा संजय मरकाम की अध्यक्षता में गठित जांच समिति में उपसंचालक पशु चिकित्सा डाॅ. एस. पी. सिंह सहित तहसीलदार, जनपद पंचायत के सीईओ को सदस्य बनाया गया है. समिति गायों की मौत की विभिन्न पहलुओं पर जांच करने के उपरांत विस्तृत रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपेगी.
जिसे लेकर आज गौ सेवा आयोग के सदस्य प्रशांत मिश्रा टीम के साथ मौके पर गए थे जहां उन्होंने प्रभावित किसानों से भेंट की और जांच टीम के साथ जाकर स्थिति की जानकारी ली है. स्थिति वहां कुछ और ही सामने आई है लेकिन जांच टीम के द्वारा जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सही स्थिति का पता चलेगा.
नेता प्रतिपक्ष के बयान पर कहा भूपेश सरकार मवेशियों की चिंता करते हुए ही गौठान योजना की शुरुआत की है जिसे लेकर पूरे प्रदेश में हर ग्राम पंचायत में गौठान बनाये गए है जिससे गाँव के मवेशी आवारा न घूमें और उनके चारा की भी व्यवस्था सरकार कर रही है. पिछली सरकार में मवेशियों के लिए क्या कदम उठाए थे वे पहले इसका जवाब दें. और कहा कि नेता प्रतिपक्ष आरोप लगाने से पहले जांच रिपार्ट का इंतजार कर लें..