कोरबा29 मार्च 2024 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) अकित सिंह: सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत पीडीएस से मिलने चावल को खुलेआम चारामा अंचल के कुछ राइस मिलर्स रिसाइकलिंग कर कालाबाजारी कर रहे हैं। इस काले कारोबार में बकायदा कई दुकानदार, गल्ला व्यापारी पीडीएस के चांवल को 25, 26 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से खरीद रहे हैं और उसे राइस मिलों में थोक पर भिजवा रहे हैं। यहां तक की सीधे राइस मिलर्स भी पीडीएस का चावल हितग्राहियों से खरीद रहे हैं।
यह अवैध कारोबार अंचल में काफी समय से चल रहा है। जबकि राज्य शासन ने इसके लिए राजपत्र में संशोधन किया है। जिसके अनुसार शासकीय राशन दुकानों से उचित मूल्य में चांवल कार्डधारियों को दिया जा रहा है। कार्डधारी उसे यदि बेच रहे हैं तो यह अपराध है। वहीं पीडीएस के राशन को खरीदने वाला खरीददार भी अपराधी होगा। इस प्रकार का राशन को खरीदकर सरकार के उद्देश्य या उसके नियम का उल्लंघन ही है। ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का प्रावधान है। सरकार द्वारा बीपीएल के अलावा एपीएल हितग्राहियों को राशनकार्ड जारी किया गया है। अधिकांश कार्डधारकों द्वारा पीडीएस की दुकान से चांवल लेने के बाद बिचौलियों को बेच दिया जाता है। ऐसे में बिचौलिये दुकानों के आसपास ही सक्रिय रहते हैं। दुकानदार ग्रामीण अंचलों के सोसायटी के बाहर अपनी दुकान लगाकर गरीबों का चावल खरीद रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक जिले के अलावा कटघोरा नगर के कई राइस मिलों में भारी मात्रा में पीडीएस का चावल खपाया जा रहा है, वहीं कटघोरा नगर में कई राइस मिलर्स पीडीएस के चावल की खरीदी कर उन्हें स्टॉक कर खपा रहें हैं। साप्ताहिक बाजारों में गल्ला व्यापारी के रुप में खरीदी करने वाले व्यापारियों के गोदामों में भी पीडीएस का चांवल खरीदकर स्टाक किया जाता है, जिसके बाद पिकअप, आटो व मेटाडोर आदि वाहनों में मिलों के लिए रवाना किया जाता है। राज्य शासन ने पीडीएस के चांवल में हेराफेरी में विराम लगाने के लिए राजपत्र में संशोधन तो कर दिया, पर इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं होने के चलते यह अवैध कारोबार बेखौफ चल रहा है। बताया जा रहा है कि संबंधित विभाग के अधिकारी मिलों पर पहुंचते जरुर हैं,पर उनके व्दारा अपना हिस्सा लेकर चले जाते हैं और इस तरह से पीडीएस के चांवल का बड़ा काला कारोबार चल रहा है। अब देखना होगा कि जिम्मेदार अधिकारी व संबधित विभाग इस मामले पर क्या कार्रवाई करती है।
पीडीएस परिवहन के दौरान होती चावल की हेरा फेरी
सूत्रों के मुताबिक जब गोदाम से पीडीएस का चावल लोड कर परिवहन के लिए सम्बंधित सार्वजनिक वितरण प्रणाली केंद्र के लिए गाड़ी पहुंचती है तो उसी बीच कोचिये बीच मे ही चावल की हेराफेरी का बड़ा खेल करते हैं। ये कोचिये आसपास के ही लोग होते हैं जिनके द्वारा वाहन में मौजूद हमालों की सेटिंग कर यह अफरातफरी करते हैं। जिसकी वजह से पीडीएस में बड़ा भृष्टाचार सामने आ रहा है लेकिन विभाग को भी कोई सरोकार नहीं है इससे साफ जाहिर होता है कि विभाग की संलिप्तता भी इस कालाबाज़ारी में दिख रही है।