कोरबा: कोविड रोकथाम की तैयारियों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रदेश के अलग-अलग कलेक्टरों से चर्चा.. जिलाधीश किरण कौशल भी हुई शामिल..

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)हिमांशु डिक्सेना: देशभर के लगा अलग राज्यो में कोरोना के भीषण संक्रमण पर रोकथाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 20 मई को छत्तीसगढ़ के पांच जिले के कलेक्टर से वर्चुअल माध्यम से चर्चा की. इस चर्चा में बिलासपुर कलेक्टर डॉ सारांश मित्तल, कोरबा कलेक्टर किरण कौशल, रायगढ़ कलेक्टर भीम सिंह, जांजगीर चांपा कलेक्टर यशवंत कुमार, बलौदाबाजार कलेक्टर सुनील कुमार जैन शामिल हुए. इसके अलावा राज्य शासन के बड़े अफसरों ने भी इस चर्चा में हिस्सा लिया.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश के 11 राज्यों के 60 जिलों में कोरोना की वर्तमान स्थिति की समीक्षा के लिए आयोजित बैठक में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल हुए. इस बैठक में छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार-भाटापारा, रायगढ़, जांजगीर-चांपा, कोरबा और बिलासपुर जिलों के कलेक्टरो ने प्रधानमंत्री को अपने अपने जिलो में कोरोना संक्रमण की मौजूदा स्थिति और बचाव तथा कोविड प्रबंधन की जानकारी दी. बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव सुब्रत साहू, स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला और मुख्यमंत्री के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी भी उपस्थित थे.

ग्रामीण इलाकों को संक्रमण से बचाव की दिशा में हो कार्य.

पीएम से हुई वीडियो कान्फ्रेसिंग के बाद जिला कलेक्टर किरण कौशल ने मिडियाजनों से चर्चा की. बताया कि प्रधानमंत्री की कलेक्टरों से हुई बातचीत पूरी तरह सकारात्मक रही. पीएम ने जिलो में जारी कोरोना रोकथाम और उन्मूलन के सम्बंध में विस्तार से चर्चा करते हुए सभी को कोरोना उन्मूलन के क्रियान्वयन में तेजी लाने के निर्देश दिए है. पीएम ने विशेष रूप से ग्रामीण इलाकों पर फोकस करते हुए कहा कि जो गांव अब भी संक्रमण से मुक्त है वहां कोरोना का फैलाव ना हो साथ ही वे क्षेत्र जहां बड़ी संख्या में मरीजो की पहचान हुई है उन्हें कंटेन्मेंट घोषित करते हुए राहत कार्यो में तेजी लाई जाए. जिला कलेक्टर ने बताया कि प्रधानमंत्री के निर्देश पर जिला प्रशासन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में पहले ही जिले को कोरोना मुक्त करने के लिए कार्य कर रहा है.

निगरानी दलों की सहायता से निरन्तर लक्षणात्मक मरीजों की खोज जारी.. दो से तीन राउंड सर्वे भी पूरा.

मरीजो की पहचान के लिए सभी जनपद के ग्राम पंचायतों में एक्टिंग सर्विलांस टीम और निगरानी दल का गठन किया गया है. इनकी मदद से लगभग सभी घरों और परिवारजनों के दो से तीन बार गहन सर्वे का काम पूरा किया जा चुका है. सर्वे में जितने भी मरीजो का चिन्हांकन संदिग्ध मरीज अथवा लक्षणात्मक मरीजो की पहचान करते हुए उन्हें एहतियातन दवाइयों का वितरण कराया जा चुका है. विगत एक पखवाड़े के भीतर ही करीब 25 हजार दवा किट का वितरण कार्य पूरा कराया गया है जिससे प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को जिले में कोरोना के पॉजीटिविटी दर को कम करने में मदद मिली है.

दुकानदार और स्टाफ का अभियान चलाकर किया जाएगा कोरोना जांच.

जिला अधिकारी किरण कौशल ने बताया कि चूंकि कोरबा एक औद्योगिक जिला है अतः उद्योगों में नियोजित कार्मिकों के अधिकाधिक कोरोना टेस्ट के निर्देश महाप्रबंधकों को दिए गए थे. यहां भी निरन्तर जांच एयर दवा वितरण का सकारात्मक परिणाम देखने को मिला. यहां पूर्व में जहां पॉजिटिविटी रेट 30 फीसदी था वह 10 फीसदी पर आ चुका है. जिला कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने अनलॉक के लेकर भी मीडिया से चर्चा की. बताया कि नगरीय निकायों में पूरी सावधानी व सुरक्षा के साथ दुकानों के नियत ववत तक संचालन की अनुमति प्रदान की गई है. कोरबा नगरनिगम को ऑड-इवन फार्मूला के तहत बाजारों को खोलने के निर्देश दिए है साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी इस व्यवस्था का अवलोकन कर रहे है. नगरीय क्षेत्र के दुकान संचालको को निर्देशित किया जायेगा की वे स्वयं और अपने स्टाफ का अभी कोरोना टेस्ट कराए. पॉजिटिव पाए जाने पर दुकानों को 15 दिनों के लिए बन्द रखा जाएगा. इस तरह के टेस्टिंग के लिए साप्ताहिक कार्यक्रम भी चलाया जाएगा.