कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : बजरंग दल के सह संयोजक की हत्या के विरोध में कोरबा में कोसाबाड़ी से कलेक्टर कार्यालय तक रैली निकालकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन गया है। मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की गई है।विश्व हिंदू परिषद जिला मंत्री घनश्याम कौशिक ने ज्ञापन में कहा है कि बलरामपुर जिला में बजरंग दल के सह संयोजक सुजीत स्वर्णकार की निर्मम हत्या कर दी गई है। प्रशासन द्वारा इस प्रकरण में केवल लीपापोती की जा रही है। विगत 27 मई को संदिग्ध अवस्था में सुजीत स्वर्णकार का शव जंगल में पाया गया था। मृतक के शरीर, पर और जांघ में धारदार हथियार से वार किया गया। इस बात का पंचनामा में भी उल्लेख है। उसकी उंगलियां टूटी हुई थीं और गर्दन भी तोड़ी गई थी।ज्ञापन में उल्लेख है कि उसे हलाल करके अधमरा करने के बाद जीवित शरीर पर विद्युत करंट लगाया गया, जो कि किसी निश्चित स्थान पर किया गया होगा। इस प्रकार तड़पा-तड़पा कर बर्बरतापूर्वक हत्या करने के बाद उसके शव को जंगल में फेंक दिया गया। साथ ही जिस लड़की की भी हत्या की गई, उसकी बड़ी बहन को गौ तस्कर का रात के 1 बजे फोन आता है, और इससे इस षड्यंत्र की पुष्टि होती है। उनका कहना है कि तथ्यपरक जांच होने के पश्चात संलिप्तता की पुष्टि होगी। जिसकी जानकारी समस्त हिन्दू समाज एवं विश्व हिन्दू परिषद बजरंग दल को प्राप्त होने पर विजयनगर चौंकी में सूचना दी गई। जिस पर गौवंश का पका हुआ मांस करीब 35 किलो एवं अवशेष सिंघ खुर, खाल-आदि बरामद किया गया था। विजयनगर पुलिस द्वारा गिरफ्तार किये गये आरोपियों ने अपने कथन में कहा है कि उनके द्वारा पूर्व में भी नूर मोहम्मद के घर में गौवंश की हत्या कर गौ मांस का भक्षण किया गया है। बजरंग दल बलरामपुर के द्वारा इस मामले की शिकायत करने से नाराज लोगो ने प्रतिशोध के चलते इस घटना को अंजाम दिया हो जो जांच का विषय है।
यह है प्रमुख मांग
सुजीत स्वर्णकार की हत्या मामले की सीबीआई जांच हो ताकि निष्पक्ष जांच हो व न्याय मिल सके।
मृतक को सहायता हेतु 1 करोड़ राशि प्रदान की जाये। 0 मामले की जांच उपरांत दोषी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त किया जाए।