कोरबा : कटघोरा विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से दावेदारी करते हए अधिवक्ता संघ ने ठोकी ताल.. सचिव अमित सिन्हा ने ब्लॉक अध्यक्ष को सौपा आवेदन.. कटघोरा जिला बनाना पहली प्राथमिकता.

कोरबा/कटघोरा 21 अगस्त 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव 2023 का आगाज़ हो चुका है। विधानसभा चुनाव में अपनी दावेदारी को सुनिश्चत करने सभी दावेदार अपना आवेदन ब्लॉक अध्यक्ष के पास जमा कर रहे हैं। कटघोरा विधानसभा में अनेक दावेदारों ने कांग्रेस से अपनी दावेदारी करने इच्छा जाहिर कर रहे हैं। कटघोरा जिला बनाओ अभियान की शुरुआत करने वाले कटघोरा अधिवक्ता संघ भी अब कांग्रेस से अपनी दावेदारी की ताल ठोक चुका है। कटघोरा विधानसभा से कटघोरा अधिवक्ता संघ के सचिव अमित सिन्हा ने कांग्रेस पार्टी से अपनी दावेदारी करते हुए ब्लॉक अध्यक्ष गोरेलाल यादव के पास अपना आवेदन जमा किया। अधिवक्ता अमित सिन्हा के साथ अधिवक्ता संघ के रवि आहूजा, नरेश गुप्ता, नीलेश श्रीवास, राकेश साहू, पुरुषोत्तम दास, श्रीमती रेनू त्रिवेदी, राम कुमार निषाद, माइकल किस्पोट्टा, शोभाराम करियारे एवं अधिवक्ता संघ कटघोरा के अधिवक्ता साथीगण उपस्थित रहे।

सामान्य सीट होने की वजह से बीजेपी और कांग्रेस के कई नेता चुनाव में दावेदारी कर अपना भाग्य आजमा रहे हैं। सभी अपनी-अपनी दावेदारी के लिए लगातार संगठन के बड़े नेताओं से मुलाकात करने के साथ ही कटघोरा विधानसभा क्षेत्र में भी लगातार सक्रिय होते नजर आ रहे हैं। एक तरफ जहां ये कहा जा रहा है कि कांग्रेस अपने वर्तमान विधायकों के चेहरे नहीं बदलेगी तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के ही नेता मजबूती से अपनी दावेदारी के लिए विधानसभा क्षेत्र में दौरा कर सरकार की उपलब्धि गिनाने में लगे हुए हैं। उन्हें उम्मीद है कि अगर कटघोरा विधानसभा सीट में वर्तमान विधायक को दोबारा टिकट नहीं दिया जाता है तो जरूर उन्हें पार्टी उम्मीदवार बना सकती है।

कटघोरा को जिला बनाने का झूठा वादा किया विधायक ने

कटघोरा अधिवक्ता संघ के सचिव अमित सिन्हा अपनी कांग्रेस से दावेदारी करते हुए कहा कि वर्तमान कटघोरा विधायक ने कटघोरा की जनता से चुनावी घोषणा पत्र में कटघोरा को जिले का दर्जा दिलाने का झूठा वादा किया था। अधिवक्ता संघ द्वारा कटघोरा को जिला बनाने के लिए किए गए क्रमिक धरना प्रदर्शन में आकर भी उन्होंने केवल आश्वासन ही दिया। लेकिन कटघोरा जिला नही बन पाया। निश्चित ही कटघोरा विधानसभा की जनता कटघोरा को जिला बनाये जाने की आस लगाए बैठी है। अधिवक्ता संघ व कटघोरा के पत्रकार संघ रायपुर जाकर विधानसभा अध्यक्ष व कोरबा सांसद से भी भेंट की थी लेकिन उनके द्वारा दिया गया आश्वासन भी अभी तक पूरा नही हो पाया। इसलिए वे कटघोरा विधानसभा से कांग्रेस पार्टी की दावेदारी करने मैदान उतरे हैं। यदि उन्हें पार्टी टिकट देती है तो कटघोरा को जिला बनाना उनकी पहली प्राथमिकता होगी।

•मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा पर अभी तक नही हुआ अमल*

कांग्रेस के दावेदारी कर रहे अधिवक्ता अमित सिन्हा ने कहा कि रायपुर में कटघोरा को जिला बनाने की मांग को लेकर अधिवक्ता संघ व पत्रकार संघ मुख्यमंत्री निवास पर जाकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास गए थे। उन्होंने मंच से कटघोरा के लिए अपर कलेक्टर व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक की पदस्थापना की घोषणा की थी। लेकिन प्रशासन द्वारा कटघोरा में अपर कलेक्टर की पदस्थापना तो की लेकिन अभी तक अतरिक्त पुलिस अधीक्षक की पदस्थापना नही हो सकी है। अपर कलेक्टर पर सर्वप्रथम विजेंद्र पाटले को पदस्थ किया गया लेकिन वे बहुत कम ही अपने मुख्यालय में बैठे और उनके स्थानांतरण के बाद वर्तमान अपर कलेक्टर कटघोर मुख्यालय से हमेशा नदारद ही नज़र आते है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की घोषणा का अभी तक जिला प्रशासन द्वारा अमल में नही लाया गया हैं इसे लेकर भी कटघोरा विधानसभा वासियों में नाराजगी देखी जा सकती है।

कटघोरा विधानसभा में वंशवाद सक्रिय

अधिवक्ता अमित सिन्हा ने कहा कि कटघोरा विधानसभा में वंशवाद सक्रिय है। पहले पिता और बेटा, जबकि कटघोरा विधानसभा सामान्य, ओबीसी सीट होने के साथ यहां कांग्रेस पार्टी द्वारा आदिवासी को ही अपना उम्मीदवार बनाया जाता है। जबकि कांग्रेस पार्टी में और भी सक्रिय जनप्रतिनिधि है उन्हें भी मौका देना चाहिए। कटघोरा को जिले का दर्जा दिलाने में कांग्रेस पार्टी के पूर्व विधायक व वर्तमान विधायक पूरी तरह विफल साबित हुए हैं। जबकि कटघोरा विधानसभा कांग्रेस का गढ़ माना जाता है।

कांग्रेस पार्टी ने नही दिया टिकट तो निर्दलीय लड़ने की तैयारी.

कटघोरा विधानसभा से कांग्रेस पार्टी से अपनी दावेदारी करने वाले अधिवक्ता संघ के सचिव अमित सिन्हा ने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी ने उन्हें मौका नही दिया तो वे निर्दलीय प्रत्याशी की दौड़ में उतरेंगे और चुनाव लड़ेंगे। कटघोरा को जिला बनाकर रहेंगे। उन्होंने कहा कि कटघोरा जिला बनाओ अभियान में सर्व समाज, सर्व दलीय नेताओं ने अपना समर्थन इस अभियान को दिया था। लेकिन आश्वासन के अलावा कुछ हांथ नही लगा।

खैर अब देखने वाली बात है की कांग्रेस की फेहरिस्त में कई दावेदारों ने ताल ठोकी है। अब देखने वाली बात होगी की कांग्रेस पार्टी कटघोरा विधानसभा से किसे अपना प्रत्याशी बनाती है क्या पार्टी वर्तमान विधायक पर पुनः अपनी किश्मत आजमाएगी या फिर किसी नए प्रत्याशी पर दांव खेलेगी यह तो पार्टी ही तय करेगी …..