कटघोरा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) आशुतोष शर्मा : कटघोरा तहसील कार्यालय में कार्यरत अधिकारी हो या कर्मचारी हमेशा किसी न किसी कारणवश सुर्खियों में बने रहते हैं वैसे यहां पदस्थ एसडीएम कार्यालय में पदस्थ एक बाबू जोकि सहायक ग्रेड 2 में पदस्थ हैं उनकी कार्यशैली से इस समय काफी लोग परेशान हैं। वजह है इनके कार्यों की लेटलतीफी व लोगों को किसी न किसी कारण अगले दिन आना कहकर तहसील का चक्कर लगवाया जाता है।
हम बात कर रहे हैं कटघोरा तहसील के SDM कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड 2 के मनोज गोभिल की, जी हां ये वही बाबू हैं जो हमेशा कटघोरा तहसील कार्यालय में किसी न किसी कारण वश चर्चा में रहते हैं, यह साहब पूर्व में तत्कालीन SDM के द्वारा कार्य मे लापरवाही की वजह से निलंबित भी हो चुके है। इनका नाम नेशनल हाईवे के मुआवजा दिलाने में जमकर भृष्टाचार किये जाने के लिए भी जाना जाता है। यही नही बल्कि इनका स्थानांतरण भी किया गया लेकिन अपनी ऊंची पहुंच की वजह से ये पुनः कटघोरा तहसील में अपनी पदस्थापना करा लिया जाता है।
मनोज गोभिल साहब की लापरवाही की वजह से फिर से कार्यालय में लोग आयदिन चक्कर लगाते रहते हैं वजह है कि लोग अपने किसी काम से तहसील आते हैं तो उनका काम जल्द कराने के लिए ये तो दक्षिणा की मांग करते हैं या फिर टाल मटोल करते हुए कहते है कि मेडम आज बिजी है बाद में आना, या यह कहा जाता है कि मेडम जी बात कर लो… इनकी इस कार्यप्रणाली से आम लोग, ग्रामीण व्यक्ति काफी परेशान है। लेकिन जिला प्रशासन द्वारा इस तरह के कर्मचारी पर कोई कार्यवाही न करना भी एक संदेहास्पद कार्यप्रणाली पर सवाल खड़ा करता है। अब लोगों ने इसकी शिकायत कोरबा कलेक्टर से करने का मन बना लिया है।