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कोरबा/कटघोरा 13 दिसंबर 2022 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह द्वारा पूरे जिले थाना क्षेत्र मैं चलाये जा रहे निजात अभियान को लेकर ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र नही हो रहा इसका असर। कटघोरा क्षेत्र की बात करें तो कटघोरा नगर हो या आसपास के ग्रामीण क्षेत्र यहां शाम होते ही शराबियों का जमघट लग जाता है। पुलिस केवल चौक चौराहों पर ही चेकिंग कर कार्यवाही करती नज़र आती है।
बतादें की कटघोरा नगर के पुछापारा में कच्ची महुआ शराब पीने वालों का शाम होते ही शराबियों का तांता लगा रहता है। डायल 112 क्षेत्र में पेट्रोलिंग पर जाती जरूर है लेकिन खानापूर्ती कर चली आती है। यही नही बल्कि आसपास के क्षेत्र जैसे जुराली, लखनपुर ,कसनिया ,बरभाठा, धवईपुर के नवापारा, बिंजपुर, छुरी के वार्ड 5 व आसपास तथा कच्ची महुआ शराब का सबसे बड़ा गढ़ कहे जाने वाला जेन्जरा ग्राम का आश्रित ग्राम पतरापाली यहाँ दो चार घरों को छोड़ लगभग सभी घरों में कच्ची महुआ शराब बनाई और बिक्री सबसे अधिक होती है। यहां की बात करें तो आबकारी विभाग भी यहां जाने से कतराता है। वजह है कुछ महीनों पूर्व आबकारी विभाग द्वारा यहां जांच के दौरान पतरापाली की महिलाएं व पुरुषो ने उन्हें बंधक बना लिया था।
कटघोरा पुलिस द्वारा निजात अभियान को लेकर लोगों को नशा मुक्ति के लिए जागरूक करने ग्रामीण क्षेत्रों में दीवार पर नशा मुक्ति को लेकर संदेश लिखाया जा रहा है तथा पोस्टर चस्पा किया जा रहा है। लेकिन इन सबके बावजूद निजात अभियान को ठेंगा दिखाते हुए शराबी अपनी मस्ती में झूमते नज़र सहज ही नज़र आते रहते है। पुलिस को इन शराबियों के ठिकानों पर बेतहाशा कार्यवाही करने की जरूरत महसूस की जा रही है। ताकि निजात अभियान पर पूरी तरह तो नही कहा जा सकता लेकिन फिर भी काफी हद तक सफलता मिलेगी।
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