कोरबा/दर्री 18 जून अजय राय ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : छत्तीसगढ़ सरकार ने भयंकर गर्मी के मद्देनजर स्कूलों में ग्रीष्मावकाश 26 जून तक बढ़ा दिया है. इससे पहले 16 जून से स्कूलों को फिर से शुरू करना था। लेकिन अपने अलग ही नियमो पर चलने वाले केंद्रीय विद्यालय में स्कूली बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर परवाह ही नहीं है।अपने तुगलकी फरमान से प्रायमरी,मिडिल और हाई स्कूल के छात्रों को 21 जून से विद्यालय आरंभ किए जाने की सूचना पालकों को दी जा रही है।
बात की जाए केंद्रीय विद्यालय प्रबंधन की इसके पूर्व भी अप्रैल माह ने विद्यालय संचालन के दौरान प्रतिदिन 2,3 बच्चे गर्मी की वजह से बेसुध होकर मूर्छित तक हो जाते थे,यही नहीं विद्यालय के अध्यापक भी हिट स्ट्रोक का शिकार हो चुके है। ऐसे में अगर जून माह की में होने वाली भीषण गर्मी से की जाए तो वर्तमान में तन को झुलसा देने वाली गर्मी का तापमान 45 डिग्री तक पंहुच रहा है।जिस वजह से मासूम बच्चों का हाल बेहाल होना तय है। हालांकि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संबंधित अधिकारियों को उच्च तापमान एवं लू से बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ग्रीष्मवकाश बढ़ाने का निर्देश दिया है।
वही अब देखने वाली बात होगी की राज्य शासन के आदेश की अवहेलना करने वाले केंद्रीय विद्यालय प्रबंधन मासूम बच्चों के हित में अपना तुगलकी फरमान वापस लेता है या नही।