कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)जयप्रकाश साहू :-कोरबा जिले के कटघोरा में यूं तो खनिज संपदा की कमी नहीं है लेकिन इस संपदा को लूटने वालों की भी कमी नहीं है। ऐसा ही कुछ नजारा हमारे कैमरे में कैद हुआ, यह जगह कटघोरा नगर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर ग्राम पंचायत हुंकरा का है यहां कुछ ठेकेदारों द्वारा गाँव के गरीब मजदूरों को अच्छी कीमत देकर हुंकरा पहाड़ के पत्थरों को तोड़कर बेचा जा रहा है। पत्थरों की तोड़ाई कर रहे मजदूरों ने बताया कि लगभग 40 ट्रिप पत्थर को तोड़कर निकालने का काम मजदूरों को कटघोरा के ठेकेदार द्वारा दिया गया है। हुंकरा पहाड़ काफी पुराना पहाड़ है यहां के पहाड़ के पत्थर लोगों को आकर्षित करते हैं और बायपास से गुजरने वाले अक्सर यहां रुककर फ़ोटो ग्राफी करते सहज ही नज़र आ जाएंगे। लेकिन अब यह पहाड़ अपना अस्तित्व खोने की कगार पर पहुंच चुका है।
अंचल में लंबे समय से रेत का अवैध उत्खनन व परिवहन किया जा रहा है। विभागीय अधिकारी कार्रवाई करने के बजाय हाथ में हाथ धरे बैठे हैं। खनिज संपदा के अंधाधुंध दोहन का कार्य तेजी से चल रहा है। पूरे क्षेत्र में खनिज माफिया तथा कथित ठेकेदार पत्थर, गिट्टी, मुरुम, रेत की खुलेआम लूट मचाकर शासन को राजस्व की भारी क्षति पहुंचा रहे हैं। दूसरी ओर खनिज विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों को अपने आप से फुर्सत नहीं है।
पत्थर की अवैध तुड़ाई में सरपंच की सहमति भी बताई जा रही
हुंकरा पहाड़ के पत्थर तस्करी मामले में जब मीडिया ने पत्थर तोड़ रहे मजदूरों से जानकारी ली गई तो उनका कहना है कि मजदूरी के लिए वे गाँव के पहाड़ के पत्थर तोड़ कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं सरपंच के द्वारा भी उन्हें सहमति दी गई है। सरपंच द्वारा गाँव के ही खनिज संपदा का दोहन कराना भी सरपंच की संलिप्तता उजागर करती है।