कोरबा/कटघोरा 8 जुलाई 2023 (सेंट्रल छत्तीसगढ़) धंनजय डिक्सेना : सावन माह के पहला सोमवार 10 जुलाई प्रारम्भ ही रहा है। कटघोरा के कांवरियां संघ ने लोगों से अपील की है कि सभी शिव भक्तों से निवेदन है कि अधिक से अधिक संख्या में कटघोरा के अहिरन नदी से जल उठाकर चकचकवा पहाड़ी शिव मंदिर में भगवान शंकर का जलाभिषेक कर असीमित पुण्य के भागीदार बने और भंडारा का प्रसाद ग्रहण करे।
4 जुलाई से सावन का शुरुआत हो चुका है और पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ेगा। इस साल पूरे सावन के दौरान आठ सोमवार होंगे। आइए जानते हैं कि सावन के ये आठ सोमवार कब-कब हैं और इस दिन कैसे पूजा करनी चाहिए और आहार से जुड़े नियम क्या हैं।
ये पूरा महीना भगवान शिव को समर्पित होता है। ऐसे तो पूरे सावन ही भोलेनाथ की पूजा होती है, लेकिन सोमवार को खासतौर पर भगवान शिव शंकर के लिए व्रत रखा जाता है और विधि-विधान से उनकी पूजा की जाती है। इस बार सावन का महीना इसलिए भी खास है, क्योंकि इस बार सावन 30 नहीं बल्कि 59 दिनों का है। 4 जुलाई से सावन की शुरुआत हो चुकी है और पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ेगा। इस साल पूरे सावन के दौरान आठ सोमवार होंगे। आइए जानते हैं कि सावन के ये आठ सोमवार कब-कब हैं और इस दिन कैसे पूजा करनी चाहिए और आहार से जुड़े नियम क्या हैं।
कब-कब हैं सावन में सोमवार
4 जुलाई से इस साल सावन का महीना शुरू हो रहा है और सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ रहा है। इस बार सावन में आठ सोमवार पड़ने वाले हैं. 10 के बाद 17 जुलाई, 24 और 31 जुलाई, 7 अगस्त, 14 अगस्त, 21 और 28 अगस्त को सोमवार पड़ रहा है।
सावन सोमवार व्रत में कैसे करें पूजा
सावन सोमवार के व्रत में शाम के वक्त भगवान शिव को अक्षत, सफेद, फूल, चंदन, भांग, धतूरा, गाय के दूध, धूप, दीप, पंचामृत, सुपारी और बेलपत्र आदि चढ़ा कर उनकी पूजा करें. अब भोले नाथ का पंचामृत से अभिषेक करें, साथ ही ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का जाप करें. भोलेनाथ के साथ ही मां पार्वती और गणेश जी की भी पूजा करें।
आहार से जुड़े नियम
सावन सोमवार व्रत में अनाज या नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। आप फल के साथ दूसरे फलाहार मानी जानी वाली चीजें खा सकते हैं. दूध-दही और उससे बनी चीजें खाई जा सकती हैं। फलों के साथ ड्राई फ्रूट्स खा सकते हैं। किसी भी तरह का अनाज या लहसुन-प्याज जैसी चीजें न खाएं। मांस-मदिरा से दूर रहे और खुद के लिए सात्विक फलाहार बनाएं।