कटघोरा: समाजिक अधिकारिता शिविर पर 257 दिव्यांग जनों को सहायक उपकरण का किया गया वितरण, सांसद ज्योत्स्ना महंत व क्षेत्रीय विधायक पुरुषोत्तम कंवर हुए शामिल.

कोरबा/कटघोरा 14 जनवरी 2023 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय की ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के अंतर्गत आज कटघोरा में ‘एडीआईपी’ योजना के अंतर्गत दिव्यांगजनों को सहायता और सहायक उपकरण उपलब्ध कराया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में पहुंचे दिव्यांग जनों ने इस योजना का लाभ लिया।

कटघोरा नगर के सांस्कृतिक भवन में आज सामाजिक एवं अधिकारिता शिविर का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का शुभारंभ कोरबा लोकसभा की सांसद ज्योत्सना महंत व कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने किया। कोरबा जिले के 6 जनपद पंचायत के 257 चिन्हित दिव्यांगजनों को ब्लॉक स्तर पर मूल्यांकन शिविरों के दौरान पंजीकृत विभिन्न प्रकार दिव्यांग जनों को सहायक उपकरण वितरित किए गए। वितरित की जाने वाली प्रमुख वस्तुओं में ट्राइसाइकिल, व्हीलचेयर, बैसाखी, चलने की छड़ी, रोलर्स, स्मार्ट केन्स, ब्रेल किट, ब्रेल केन्स, स़ी पी चेयर, एमएसआईईडी किट, एडीएल किट (कुष्ठ रोग के लिए), हारिंग एड्स, कृत्रिम अंग और कैलिपर आदि शामिल हैं।

इन शिविर का आयोजन का मुख्य उद्देश्य पूरे देश में एक समावेशी समाज का निर्माण करना है। जिसमें दिव्यांगजनों को तरक्की और विकास के लिए समान अवसर प्रदान किए जाते हैं। जिससे वे समाज में एक सुरक्षित और गरिमापूर्ण जीवन व्यतीत कर सकें। इन शिविरों का आयोजन भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम(एलिम्को), कानपुर, विभाग के अंतर्गत आने वाला एक सीपीएसई, नौ राष्ट्रीय संस्थानों, पूरे देश में फैले हुए क्षेत्रीय केंद्रों और क्षेत्रीय खंडों के समन्वय में किया गया। सभी 67 शिविरों के आयोजन को ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जोडा गया। यह वितरण कार्यक्रम आज सांस्कृतिक भवन कटघोरा में किया गया। केन्द्र सरकार की एडिप योजना के अंतर्गत 297 दिव्यागजन लाभार्थीयों को लगभग 28 लाख के कुल 547 विभिन्न प्रकार के सहायक उपकरणों हेतु ज़िला कोरबा में 01 सितंबर 2022 से 06 सितंबर 2022 में एलिम्को द्वारा कोरबा जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित परीक्षण शिविरों में चिन्हित किया गया था। इसमें कोई संदेह नहीं की सहायक उपकरण प्राप्त करने वाले लाभार्थी सक्षम हैं, समर्थ है, इन सहायक उपकरणों के माध्यम से लाभार्थियों को स्वावलम्बी व सशक्त करने और उन्हें समाज की मुख्य धारा के साथ जोड़ने का एक प्रयास है।