कटघोरा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : जिले के कटघोरा विकासखण्ड में 1 मई से प्रारंभ हुए 18+ लोगों को टीकाकरण अभियान का आगाज़ आज से प्रारंभ हुआ. कटघोरा शहर में जेन्जरा पंचायत से सुप्रिया नेटी 37 वर्ष को पहला वेक्सीन लगाया गया. वैक्सीनेशन का निरीक्षण करने कटघोरा विधायक पुरषोत्तम कंवर प्री मैट्रिक आदिवासी बालक छात्रावास पहुंचे. जहां उन्होंने टीकाकरण स्थल के विभिन्न कक्ष की व्यवस्था को देखा. वहीं उन्होंने कोरोना टीकाकरण वैक्सीन लेने आये युवाओं से मिलकर उनका मनोबल बढ़ाया और स्वास्थ्य के बारे में पूछा. साथ ही टीकाकरण स्थल पर मौजूद स्वास्थ्यकर्मियों से भी मिले. विधायक ने कहा कि कोरबा जिला सहित देश ही नहीं पूरा विश्व इस महामारी से त्रस्त है. इस दौर में हमारे देश के वैज्ञानिकों ने इस महामारी से बचाव के लिए जो वैक्सीन का सफल प्रयोग किया है, उसके लिए विधायक ने देश के वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि हमारे देश के वैज्ञानिक विश्व में सबसे महान है और देश में निर्मित इस टीकाकरण के लिए हम सभी देशवासी गर्व महसूस करते हैं. कहा कि जल्द इस महामारी से निजात मिले और सबका सामान्य जीवन चले यह कामना करता हूं. साथ ही टीकाकरण केंद्रों में धूप से बचाव, कुर्सियों, पानी आदि की व्यवस्था करने का निर्देश दिए है. इस दौरान कटघोरा SDM श्रीमती सूर्यकिरण तिवारी, तहसीलदार रोहित सिंह, CMO जे बी सिंह, खण्ड चिकित्सा अधिकारी रुद्रपाल कंवर एवं राजस्व विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग एवं नगर पालिका के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे.
भारत में निर्मित कोविशील्ड तथा कोवेक्सीन दोनो ही पूर्णतः सुरक्षित एवं कारगर है
कटघोरा विधायक ने पुरषोत्तम कवंर ने कोरोना वेक्सीन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत में निर्मित कोविशील्ड तथा कोवेक्सीन दोनो ही पूर्णतः सुरक्षित एवं कारगर है. यह टीका हेल्थकेयर वर्कर, फ्रंट लाइन वर्कर तथा अंत्योदय राशन कार्डधारियों 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को लगाया जा रहा है. यह टीके प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा शासन द्वारा जारी प्रोटोकॉल का पालन करते हुए लगाया जाता है. उन्होंने जिले के 45 वर्ष से अधिक उम्र एवं अंत्योदय राशन कार्डधारियों 18+ के प्रत्येक व्यक्ति से अपील की है कि वह नजदीकी टीकाकरण केंद्र जाकर अपना टीकाकरण अवश्य करवाये. कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी आम जनों को कोविड टीकाकरण हेतु आने-जाने की छूट प्रदान की गई है. वैश्विक कोरोना संक्रमण से रोकथाम के लिए सम्पूर्ण देश मे कोविड वैक्सीनेशन का अभियान चलाया जा रहा हैं.
भारत की कोविड-19 वैक्सीन कारगर साबित हुई हैं. उन्होंने बताया कि कोविड संक्रमण की इस दूसरी लहर के दौरान में यह तथ्य सामने आया है कि वैक्सीनेशन करवाने वाले व्यक्तियों के संक्रमण का प्रभाव अन्य मरीजों की तुलना में कम दिखाई दिया हैं साथ ही रिकवरी रेट भी अन्य मरीजों की तुलना में अधिक पाया गया हैं.J