कटघोरा : भीषण गर्मी में जलस्तर पहुंचा नीचे.. नगर पालिका के महेशपुर, व सुराबहार में पानी की बढ़ी किल्लत मचा हाहाकार.

कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : जीवन के लिए जल जरूरी माना गया है और गर्मी के सीजन में इसकी उपयोगिता और ज्यादा बढ़ जाती है औद्योगिक जिले कोरबा के नगरी निकाय क्षेत्रों में अलग-अलग कारणों से कुछ स्थानों पर पानी की किल्लत पैदा हो गई है। आलम ऐसा है कि पानी के लिए न केवल मारामारी हो रही है बल्कि लोगों को सड़क पर उतरना पड़ रहा है। इसको देखते हुए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं नगरपालिका क्षेत्र कटघोरा में ऐसे स्थानों पर लोगों को पानी देने के लिए टैंकर की व्यवस्था की गई है।

कोरबा जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में अपवाद के तौर पर कुछ इलाकों को छोड़ दिया जाए तो शेष में जलस्तर अभी भी बेहतर बना हुआ है। जल संरक्षण और पर्यावरण को लेकर लोगों की अज्ञानता के कारण इस तरह की स्थिति यहां पर कायम है। जबकि शहरी क्षेत्र में भी कुछ स्थानों पर हालात अच्छे नहीं हैं। लेकिन जिले के नगरपालिका कटघोरा क्षेत्र में जलापूर्ति को लेकर अधिकारियों ने स्थिति सामान्य नहीं होने की बात की है। दूसरे क्षेत्रों की तरह यहां भी नल जल योजना के माध्यम से लोगों को पानी की आपूर्ति कराई जा रही है। इस बात पर संतोष जताया जा रहा है की गर्मी के बावजूद प्रतिदिन जल आपूर्ति किया जाना संभव हुआ है हालांकि जलस्तर कम होने से समस्याएं पेश आ रही हैं। नगर पालिका परिषद कटघोरा में समस्या ग्रस्त इलाकों की बात करें तो यहां पानी को लेकर परेशानी सबसे ज्यादा है और इसे हासिल करने के लिए इस गर्मी के सीजन में लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। सूर्योदय से पहले ही लोगों का जागरण हो रहा है और वह अपनी आवश्यकता की पूर्ति के लिए मेहनत करने को मजबूर हैं।

सड़क पर पहले भी हो चुका है प्रदर्शन

कटघोरा में वार्ड नं 7 के सुरबहार, महेशपुर इलाके में पानी नहीं मिलने के कारण लोग काफी परेशान हैं। भौगोलिक संरक्षण के कारण यहां तक पानी पहुंचाने में काफी समस्या पेश आ रही हैं ऐसे में लोगों ने पिछले दिनों सड़क पर चक्का जाम करने के साथ नगर पालिका अध्यक्ष के निवास के सामने व कार्यालय के सामने प्रदर्शन किया था इसके बाद वैकल्पिक तौर तरीके अपनाए गए।

स्थिति फिलहाल सामान्य नहीं

“नगर पालिका परिषद के अंतर्गत अधिकांश क्षेत्रों में जलापूर्ति तो की जा रही है। प्राकृतिक कारणों से जलस्तर कम हुआ है और इससे समस्या पैदा हुई हैं। इसलिए जलापूर्ति को सामान्य नहीं कर सकते। महेशपुर, सुराबहार क्षेत्र में नल जल योजना नहीं पहुंच सका है, इसलिए यहां टैंकर के जरिए जलापूर्ति की जा रही है। जल संरक्षण और पर्यावरण की बेहतरी के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। नए भवन निर्माण के लिए रेन वाटर हार्वेस्टिंग को हमने अनिवार्य किया हुआ है।”

ज्ञानपुंज कुलमित्र, सीएमओ कटघोरा नगर पालिका परिषद