कटघोरा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : – अम्बिकापुर-कटघोरा हाइवे के किनारे हो रहे कब्जे पर आज प्रशासन ने सख्ती दिखाई. एसडीएम व तहसीलदार ने मौके का मुआयना किया है. उन्होंने सड़क किनारे हो रहे अवैध निर्माण को रुकवाते हुए वहाँ रखे निर्माण सामग्री (रेत, ईंट) को ग्राम पंचायत के सुपुर्द कर दिया. नवपदस्थ पोंड़ी-उपरोड़ा एसडीएम संजय मरकाम ने हिदायत देते हुए कहा है कि राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे व शासकीय जमीनों पर कब्जे की कोशिश ना किया जाए. शिकायत मिलने पर ऐसे अवैध कब्जाधारियों से सख्ती से निबटा जाएगा. आपत्ति दर्ज कराने वाले ग्रामीणों ने कार्रवाई पर सन्तुष्टि जाहिर करते हुए कब्जाधारी के किसी भी तरह के निर्माण पर रोक जारी रखे जाने की बात कही है.
रामपुर सरपंच की अगुवाई में आज करीब पचास से ज्यादा स्थानीय महिला-पुरुषों के साथ कटघोरा थाने पहुंचे थे. उन्होंने बताया कि बाबू खान नाम का एक व्यक्ति हनुमानगढ़ी-खुटरीगढ़ के पास अस्थाई तौर पर चाट-गुपचुप का ठेला लगाता था. इसके साथ ही उक्त परिवार ने वहां मकान निर्माण कर लिया. वही अब वह पक्का प्रसाधन निर्माण कर रहा है. पंचायत ने उन्हें कई दफे कब्जा नही करने की नसीहत दी थी लेकिन इस नसीहत को दरकिनार करते हुए वह कब्जा जारी रखे हुए था. इसकी शिकायत उन्होंने कटघोरा पुलिस को लिखित में सौंपा है.
ग्रामीणों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कटघोरा पुलिस ने फौरन मामले को पोंड़ी-उपरोड़ा राजस्व प्रशासन के संज्ञान में लाया. सैकड़ो की भीड़ थाने में जमा होने की सूचना पाकर एसडीएम पोंड़ी-उपरोड़ा संजय मरकाम व तहसीलदार डीआर ध्रुव ने थाने पहुंचकर शिकायतकर्ता ग्रामीणों से चर्चा की और फिर कब्जे वाली जगह का मुआयना किया. उन्होंने अतिक्रमण कर रहे परिवार को समझाइस दी और उनके बिल्डिंग मटेरियल को जब्त करते हुए पंचायत के सुपुर्द कर दिया. बाबू खान ने लिखित में आश्वासन दिया है कि वह हाइवे के किनारे कोई नया निर्माण नही करेगा.
नशे का हो रहा कारोबार:
ग्रामीण महिलाओं की शिकायत है कि कब्जाधारी बाबू खान वहां पर नशे के कारोबार को भी बढ़ावा दे रहा है. शाम ढलते ही सूनेपन का फायदा उठाकर नशेड़ी वहां जमा होते है और देर रात तक जाम छलकाते है. इसके अलावा अतिक्रमणकारी बाबू खान वहां चखना सामग्री का विक्रय कर रहा है जिससे क्षेत्र की शांति भंग हो रही है. चूंकि वहां हनुमानगढ़ी और खुटरीगढ़ जैसे आध्यात्मिक-पर्यटन स्थल भी मौजूद है जहां हरदिन सैकड़ो श्रद्धालु और पर्यटक पहुंचते है. इससे भी लोगो को असहज स्थिति का सामना करना पड़ रहा है.
नेशनल-हाइवे में दुर्घटना की आशंका.
बता दे कि कटघोरा-अम्बिकापुर नेशनल हाइवे में गाड़ियों की रफ्तार काफी तेज होती है. सड़क किनारे चखना दुकान के होने से वाहन चालक अपना वाहन हाइवे पर ही खड़ा कर देते है जिससे दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है. यह पूरा मार्ग सड़क दुर्घटनाओं के लिहाज से भी काफी संवेदनशील माना जाता है. पुलिस इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर सतत पेट्रोलिंग भी करती है.