कटघोरा : अधिकारियों की उदाशीनता से करोड़ों की लागत से बना रैन बसेरा का भवन हो रहा खंडहर.. भवन में स्वास्थ्य विभाग का कब्जा.

कोरबा/कटघोरा 21 फ़रवरी 2024 ( सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) : जिला खनिज न्यास मद से कटघोरा बस स्टैंड के समीप शहीद वीर नारायण चौराहे पर  बने करोड़ों की लागत से बना रैन बसेरा भवन इस समय जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता से धीरे धीरे खण्डहर में तब्दील होते नज़र आ रहा है। यहाँ पर साफ सफाई, बाथरूम की अव्यवस्था से यह भवन उपयोगिता के लिए सही साबित नही हो रहा है। नगर पालिका परिषद कटघोरा द्वारा रेन बसेरा योजना का मकसद शहर में आर्थिक कमजोर लोगों को मानसून के मौसम में होने वाली कठिनाइयों से बचाना है। इस योजना के तहत आर्थिक कमजोर लोगों को न केवल आश्रय मिलता है, बल्कि उन्हें बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं।

नगर पालिका कटघोरा क्षेत्र में संचालित रैन बसेरा अब असामाजिक तत्वों का अड्डा बनते जा रहा है। यहां पर स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही कब्जा कर रखा हैं। यहा रात में ठहरने आम लोगों के लिए बेहतर नहीं रह गया है। अव्यवस्थाओं का अंबार लगा हुआ है। कड़ाके की ठंड में भी लोगों को रैन बसेरा का लाभ नहीं मिल पाया है। कटघोरा न्यू बस स्टैंड मुख्य चौराहे पर संचालित रैन बसेरा शासकीय नियमों व योजनाओं को ठेंगा दिखा रहे हैं। आलम यह है की रैन बसेरा के बेड, गद्दे व चादर मैले हो चुके हैं। प्रचार-प्रसार नहीं होने के कारण रैन बसेरा का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। नया बस स्टैंड में संचालित रैन बसेरा में स्वास्थ्य विभाग ने पहले से ही कब्जा कर रखा है बताया जा रहा है कि शाम होते ही यहां असामाजिक तत्वों का अड्डा बन जाता है। ऐसे में कड़ाके की ठंड में बस स्टैंड पहुंचने वाले गरीब यात्रियों को इसका लाभ नहीं मिल रहा है।  लोगों को यहां तक नहीं मालूम की चौराहे के पास रैन बसेरा भी संचालित है। नगर पालिका के सुस्त रवैय्ये से रैन बसेरा का हाल बेहाल नज़र आता है।

रेन बसेरा में में मिलने वाली सुविधाएं:

रेन बसेरा में कई सुविधाएं मुफ्त में मिलती हैं। जैसे, साफ पीने का पानी, पहनने के लिए कपड़े, बिछाने और ओढ़ने के लिए बेडशीट, सामान रखने के लिए अलमारी, शौचालय, प्राथमिक चिकित्सा, मनोरंजन के साधन साथ ही टेलीविजन आदि सुविधाएं मुफ्त में मिलती हैं। रैन बसेरे अक्सर सार्वजनिक स्थानों जैसे रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड या शहर की के बड़े इलाके आदि के पास बनाए जाते हैं। लेकिन कटघोरा में निर्मित रैन बसेरा भवन इन सब सुविधाओ से महरूम हैं।