एडीजी जीपी सिंह के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई को लेकर कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा आधार पर कार्रवाई की जा रही है. जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर फैसला लिया जाएगा .

रायपुर ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): पिछले दिनों एंटी करप्शन ब्यूरो ने एडीजी जीपी सिंह के ठिकानों पर छापेमार कार्रवाई की है. इस मामले में कैबिनेट मंत्री और सरकार के प्रवक्ता रविंद्र चौबेने कहा कि जो जानकारी सामने आई है, उसके आधार पर कार्रवाई की जा रही है. जैसे-जैसे तथ्य सामने आएंगे उस आधार पर फैसला लिया जाएगा.

मंत्री रविंद्र चौबे का बयान

रविंद्र चौबे से जब फोन टैपिंग और निलंबन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि फिलहाल कार्रवाई जारी है. इस मामले पर ज्यादा कुछ नहीं कहा जा सकता है.

एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने गुरुवार की सुबह आईपीएस जीपी सिंह के सरकारी बंगले सहित 15 ठिकानों पर रेड की कार्रवाई की है. इस दौरान एसीबी की टीम ने जीपी सिंह के यहां से सोने चांदी के जेवरात, बीमा पॉलिसी, इन्वेस्टमेंट के कागजात सहित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए. इनमें करोड़ों रुपए के लेनदेन का भी उल्लेख किया गया है.

गृहमंत्री भी दे चुके हैं अपनी प्रतिक्रिया

आईपीएस जीपी सिंह के खिलाफ एसीबी ने छापेमार कार्रवाई की है. छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने इसे लेकर कहा था कि एक प्रकरण से ऐसा नहीं सोचा जाना चाहिए कि, सभी लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा था कि एसीबी के मामलों में हम सीधे हस्तक्षेप नहीं करते हैं. एसीबी अपना काम करती रहती है.

लगातार जारी रही कार्रवाई

एसीबी की ये कार्रवाई शुक्रवार को भी जारी रही. शुक्रवार को एसीबी ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए करीब 5 करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति का खुलासा किया था. तीसरे दिन यानी शनिवार की कार्रवाई के दौरान 10 करोड़ से ज्याद की संपत्ति का खुलासा हुआ है.

कब क्या-क्या हुआ

  • गुरुवार सुबह 6 बजे ACB और EOW की टीम IPS के घर पहुंची.
  • रायपुर, राजनांदगांव और ओडिशा में भी IPS जीपी सिंह के ठिकानों पर धावा बोला गया.
  • गुरुवार शाम तक जांच के बाद IPS पर FIR दर्ज की गई.
  • शुक्रवार को 5 करोड़ से ज्यादा की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ.
  • शनिवार को 20 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा.

1994 बैच के IPS हैं जीपी सिंह

गुरजिंदर पाल सिंह (जीपी सिंह) 1994 बैच के IPS हैं. प्रदेश के अलग-अलग जिलों में SP भी रह चुके हैं. इसके अलावा बिलासपुर, दुर्ग और रायपुर जिले के IG भी रह चुके हैं. जीपी सिंह EOW और एंटी करप्शन ब्यूरो के मुखिया भी रह चुके हैं. सरकार ने उन्हें ACB से हटाकर पुलिस अकादमी में पदस्थ किया था.