एचटीपीपी चिकित्सालय में असुविधाओं का आलम, कोरोना काल मे ही कर दी गयी पैरामेडिकल स्टॉफ की छुट्टी



कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) अजय राय :- छत्तीसगढ़ राज्य विधुत्त उत्पादन कंपनी द्वारा रिकॉर्ड बिजली का उत्पादन किया जा रहा है।जिससे राज्य सरकार को प्रतिदिन करोड़ो रूपये का मुनाफा विधुत्त कंपनी द्वारा प्राप्त हो रहा है ।

क्या बंद हो जायेगा विधुत्त कंपनी का अस्पताल

लगातार अधिकारियों व कर्मचारियों के सेवा निर्वत होने से गिनती के लोग ही बचे हुए हैं, व इनके भरोसे ही 840 मेगावाट संयंत्र व 500 मेगावाट संयंत्र से लगातार बिजली का उत्पादन का हो रहा हैं। वही बात की जाए विधुत्त कंपनी के अधिकारियों व कर्मचारियों को मिलने वाली स्वास्थ सुविधाओं की तो इसे कर्मचारियों व अधिकारियों की बदकिस्मती ही कही जाय कि इस अस्पताल में सुविधा के नाम पर सर्दी खाँसी व मौसमी बीमारी तक कि दवाइयां उपलब्ध नही है। दो चार चिकित्सक के भरोसे यह अस्पताल चल रहा है। कुल मिलाकर पैरामेडिकल, वार्ड बॉय, व अन्य स्टॉफ मिलाकर महज 20 नियमित स्टॉफ ही बचा हुआ है।जिनमे से अधिकांश लोग सेवा निर्विती की कगार पर है। ऐसे में निविदा जारी कर विधुत्त कंपनी द्वारा लगभग 20 पैरामेडिकल स्टॉफ की सेवायें ली जा रही थी। लेकिन 20 जून से इन सभी को बिना किसी कारण के कार्य से निकाल दिया गया है। जिस वजह से पूरी स्वास्थ सुविधा ठप पड़ी हुई है। आलम यह है कि ओपीडी के इंजेक्शन रूम ,ड्रैसिंग रूम ,एक्स रे रूम ,फिजियो रूम ,ब्लड रिपोर्ट कलेक्शन रूम में ताला जड़ा हुआ है। यही नही कई दिनों से चिकित्सालय शाम के समय नही खुल रहा है।

ऐसे में इस 60 बिस्तर वाले आईएसओ सर्टिफिकेट प्राप्त अस्पताल में कोरोना काल मे भी कुछ सुविधा उपलब्ध नही है।90 के दशक में करोड़ो की लागत से बने इस अस्पताल के लगभग 70 प्रतिशत हिससे में विधुत्त कंपनी के ऑफिस कार्यलय संचालित है। वही इन असुविधाओ के बीच श्रमिक नेताओ की प्रतिक्रिया न आना भी सवाल के घेरे में है। बहरहाल वर्तमान हालात को देख कर यही लगता है कि जल्द ही इस अस्पताल को पूर्ण रूप से बंद करने की बड़ी साज़िश की जा रही है।

अजय राय की रिपोर्ट,