कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) हिमांशु डिक्सेना / कटघोरा :- देश में खेल प्रतिभाओं की कमी नहीं है, बस जरूरत है तो इन प्रतिभाओं को ढूंढना, ग्रामीण क्षेत्र की लड़कियां भी अपने देश के मान सम्मान बढ़ाने के लिए आगे आ रही है। लेकिन विडंबना यह है कि पर्याप्त संसाधन ना होने की वजह से इनकी प्रतिभा सामने नहीं आ पाती……
आज हम आपको कोरबा जिले के कटघोरा कसनिया निवासी युवा खिलाड़ी दुर्गेश्वरी पटेल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण माता पिता बेटी के खेल में लगने वाले संसाधन उपलब्ध कराने में असमर्थ हैं।दुर्गेश्वरी पटेल उत्तराखंड के हल्द्वानी में हुए नेशनल साइकिलिंग प्रतियोगिता में भाग लिया था और चतुर्थ स्थान प्राप्त की थी दुर्गेश्वरी का कहना है कि साइकिल अच्छी होती तो निश्चित ही वहां वह पहले या दूसरे स्थान पर जरूर आती।
*शासन की महत्वपूर्ण योजना “खेलेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया” ग्रामीण क्षेत्रों में नहीं पंहुच पा रहा है*
एक तरफ सरकार खेलेगा इंडिया तभी तो बढ़ेगा इंडिया पर जोर दे रही है लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों की प्रतिभा छुपी रह जाती है क्योंकि योजना का लाभ गांव के बच्चों को आसानी से नहीं मिल पाता, दुर्गेश्वरी की मां का कहना है कि हम लोग बड़ी मुश्किल से साग सब्जी बेचकर परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं, अगर सरकार या किसी अन्य संस्था के द्वारा हमारी बेटी को मदद मिले तो यह निश्चित ही देश का नाम रोशन करेगी। अब देखने वाली बात होगी कि इस प्रतिभावान खिलाड़ी को शासन प्रशासन द्वारा क्या मदद मिलती है?