(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- आज होगी हिंदू हृदय सम्राट कल्याण सिंह की अंत्येष्टि, सीएम योगी समेत कई नेता पहुंचे
1- पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पार्थिव शरीर अलीगढ़ के महारानी अहिल्याबाई होल्कर स्टेडियम में पहुंच गया है. यहां उनका पार्थिव शरीर आम जनता के दर्शन के लिए रखा गया है. पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का अंतिम संस्कार बुलंदशहर जनपद के नरौरा में स्थित गंगा किनारे बांसी घाट पर सोमवार को किया जाएगा. पूर्व सीएम व हिंदू हृदय सम्राट कल्याण सिंह के पार्थिव शरीर के साथ एयर एंबुलेंस से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भी अलीगढ़ पहुंचे हैं.
नीतीश कुमार दिल्ली रवाना, जातीय जनगणना को लेकर PM से करेंगे मुलाकात
2- बिहार में फिलहाल जातीय जनगणना का मुद्दा सबसे अधिक उछाला जा रहा है. विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता इसे लेकर केंद्र सरकार को घेर रहे हैं. कई तरह के आरोप लगा रहे हैं. काफी ऊहापोह के बाद पीएम मोदी ने बिहार के सीएम के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल को मिलने का समय दिया है. यह बैठक सोमवार को होगी, लेकिन सबसे अहम यह देखना होगा कि इस बैठक से बिहार को हासिल क्या होता है. पढ़ें विस्तृत रिपोर्ट.
अफगानिस्तान : अंतिम किला फतेह करने निकले तालिबानी, पंजशीर के शेरों ने संभाला मोर्चा
3- अफगानिस्तान (Afghanistan) के कुल 34 प्रांतों में से 33 प्रांत पर तालिबान कब्जा कर चुका है. बस, पंजशीर ही एकमात्र ऐसा प्रांत है जिसने अभी तक हथियार नहीं डाले हैं और अजेय बना हुआ है. इस बीच तालिबान ने पंजशीर के नार्दर्न अलायंस को सरेंडर की धमकी दी लेकिन पंजशीर के शेर सीना तानकर तालिबान के सामने खड़े हो गए हैं. इस बीच अल-जजीरा ने दावा किया है कि तालिबान के सैकड़ों लड़ाके पंजशीर को घेरना शुरु कर चुके हैं.
कल की छत्तीसगढ़ की वो खबरें जो आपको जाननी चाहिए
नक्सल प्रभावित बस्तर में कोरोना वैक्सीनेशन पर लगा ग्रहण, इन वजहों से नहीं लग रहे टीके
1- कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर खत्म होने के बाद बस्तर संभाग में कोरोना वैक्सीनेशन का काम शुरू हुआ. संभाग में 23 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य रखा गया, लेकिन नक्सलियों के डर और जागरूकता की कमी के मद्देनजर यहां टीकाकरण का काम दूसरे संभागों के मुकाबले काफी धीमा हो गया है.
Corona case in korba: दो दिन में तिगुनी हुई कोरोना संक्रमितों की संख्या, 11 बच्चे भी पॉजिटिव
2- कोरबा में कोरोना पेशेंट की संख्या बढ़ती जा रही है. शनिवार को प्रदेश में सबसे ज्यादा 34 संक्रमित मरीज कोरबा से ही मिले. खास बात ये हैं कि स्कूली बच्चे भी तेजी से संक्रमित हो रहे हैं. 6 स्कूली बच्चों के साथ एक परिवार के 5 सदस्य समेत 34 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हुई.
कोरबा में खाद की किल्लत से किसान परेशान, ज्यादा कीमत में खाद खरीदने को मजबूर
3- कोरबा में सरकारी समितियों से किसानों को पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिल रहा है. सहकारी समितियों में खाद की कमी होने के कारण ऊंचे बाजार भाव पर किसानों को खाद खरीदना पड़ रहा है. इस ओर जिला प्रशासन और कृषि विभाग ध्यान नहीं दे रहा है.
इश्क ने बनाया अपराधी! प्रेमी से संबंध के लिए किया बच्चे का अपहरण
4- सिम्स अस्पताल बिलासपुर से गुरुवार को एक 7 महीने का बच्चा लापता हुआ था, जो 2 दिनों बाद उमरिया मध्यप्रदेश से बरामद हुआ है. पुलिस ने कहा कि यह ह्यूमन ट्रैफिकिंग का मामला नजर नहीं आ रहा है. पुलिस ने एक महिला रीता यादव को गिरफ्तार किया है. वह बच्चे का अपहरण कर उसे ट्रेन से लेकर दिल्ली जा रही थी. जिसे रेलवे पुलिस की मदद से उमरिया स्टेशन पर रोका गया और बच्ची को बरामद किया गया. बकौल पुलिस, महिला ने बताया है कि उसने अपने प्रेमी से संबंध बनाए रखने के लिए यह कदम उठाया है.
ETV भारत की एक खबर बनी 90 वर्षीय वृद्ध महिला की बुढ़ापे की लाठी
5- कोरिया के भरतपुर विकासखण्ड की एक 90 वर्षीय बुजुर्ग महिला वृद्धावस्था पेंशन पाने के लिए भटक रही थी. जिसके बाद ईटीवी भारत ने इस खबर को उजागर और अब उन्हें पेंशन मिलना शुरू हो गया है
नक्सलियों की काल ‘पुलिस’ बनी मानवता की मिसाल! प्रसव पीड़ा से कराहती महिला को पहुंचाया अस्पताल
6- नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में पुलिस जवानों ने मानवता की मिसाल पेश की हैं. यहां पुलिस के जवानों ने एक प्रसव पीड़ा से कराहती महिला को अस्पताल पहुंचाया है. अस्पताल में भर्ती के बाद वहां महिला का इलाज किया जा रहा है और जच्चा बच्चा दोनों सुरक्षित हैं.
ISBT Raipur! नए अंतरराज्यीय बस टर्मिनल की खासियत, जिसका सीएम भूपेश ने किया लोकार्पण
7- राजधानी रायपुर में नए अंतरराज्यीय बस टर्मिनल ISBT Raipur का मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने लोकार्पण कर दिया है. जिसके बाद अब यात्रियों को कई नई सुविधाएं मिलेंगी. यह बस टर्मिनल 25 एकड़ की भूमि पर तैयार किया गया है.
क्या है सिकल सेल रोग?, जिसके छत्तीसगढ़ में 25 लाख से ज्यादा लोग हैं मरीज
8- सिकल सेल डिजीज (Sickle cell) खून की एक खतरनाक बीमारी है. इस रोग के छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में मरीज पाए जाते हैं. खून में जींस के अनेक सेट होते हैं, जो हमें सभी अपने माता-पिता से मिलते हैं. प्रदेश में 25 लाख से ज्यादा लोग सिकल सेल से प्रभावित हैं.
Raksha Bandhan 2021: रक्षाबंधन पर बहन ने क्यों पहना PPE किट ?
9- रक्षाबंधन पर हर बहन अपने भाई की कलाई पर राखी जरूर बांधना चाहती है. फिर चाहे परिस्थितियां कैसी भी क्यों ना हो. ऐसा ही कुछ हुआ छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में. जहां आंवरभाटा के पटेल पारा में रक्षाबंधन के दिन एक बहन ने अपने कोरोना पॉजिटिव भाई की कलाई पर राखी बांधने के लिए PPE किट पहना और उसे राखी बांधी. ये दृश्य देखकर हर किसी की आंखें कुछ देर के लिए नम हो गई.
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मोदी ने ‘वेट एंड वॉच’ की नीति अपनाई, पर अफगानिस्तान को लेकर क्या सोचते थे नेहरू, जानें
1- देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने 14 सितंबर 1959 को अफगानिस्तान में एक भाषण दिया था. उन्होंने कहा था, ‘हम पर पाकिस्तान द्वारा यह आरोप लगाया जाता है कि भारत, अफगानिस्तान पर दबाव बना रहा है. भारत ने अफगानिस्तान से गुप्त समझौता किया है. उसे पाकिस्तान के प्रति नीति अपनाने के लिए बाध्य किया जा रहा है. हकीकत ये है कि ऐसा कुछ नहीं है. हमने अफगानिस्तान की यात्रा के दौरान अपनी पुरानी दोस्ती को मजबूती दी है. हमारा और उनका हजारों साल का पुराना संबंध है.’
आजादी की लड़ाई के गुमनाम सिपाही थे टाना भगत, गांधी के थे सच्चे अनुयायी
2- देश की आजादी के लिए जान देने वाले भारत मां के वीर सपूतों की लंबी फेहरिस्त है. स्वतंत्रता के लिए प्राण गंवाने वाले ऐसे योद्धाओं को हम इतिहास में पढ़ते भी हैं लेकिन ऐसे कई सिपाही हैं जिन्हें इतिहास के पन्नों में कम जगह मिली है. ऐसे ही गुमनाम सिपाही थे टाना भगत. टाना भगत महात्मा गांधी के सच्चे अनुयायी थे.
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इ हफीज मंत्री है! कान खोलकर सुन लीजिए, सबको सुधरना होगा
1- सत्ता का नशा जब बोलता है तो सिर चढ़कर बोलता है. जब सामने जनता हो तो फिर क्या कहना. ‘माननीय’ कुछ भी कर गुजरते हैं. कुछ ऐसा ही किया झारखंड सरकार के नए-नवेले मंत्री हफीजुल हसन ने. माइक में जरा सी खराबी आई नहीं कि सीधे उसे फेंक दिया, गनीमत रही कि माइक किसी के सिर पर नहीं लगा. इतने पर भी वो रुके नहीं, सबको नसीहत देने लगे.
राखी का लिफाफा: एक कहानी जो आपकी पलकें नम कर देगी
2- भाई-बहन का प्यार, रक्षाबंधन और इससे जुड़ी यादें हमारी जिंदगी के कैनवस पर ऐसे रंग भरती हैं. राखी के दिन भाइयों की शरारत और तोहफे को लेकर बहनों के रूठने से जुड़े किस्सों से सबकी यादों की गुल्लक भरी हुई हैं. ऐसी यादें जिनके बारे सोचकर हम कभी मुस्कुराते हैं तो कभी पलकें भीग जाती हैं. ऐसी ही एक कहानी है राखी का लिफाफा. ये लघुकथा लिखी है नीरजा जैन ने, जो लंबे समय से मीडिया और विज्ञापन जगत से जुड़ी हुई हैं.