कांकेर ( सेंट्रल छत्तीसगढ़): “11वीं बटालियन के सी कंपनी का आज बड़े खाना बने हैं. मछली दिये हैं तीन पीस. लेकिन उसके तरी (सब्जी का रस) को देखो, ये पानी…ये पानी…ये पानी…, ये देखो ये पानी…ऐसे बनता है इस कंपनी का खाना. ऐसे उसके घर में खाते हैं क्या मेस कमांडर…? या उसके घर में खिलाते हैं…? ऐसे खाना खाते हैं क्या…? बताओ…ऐसे खाना बन रहा है. लेकिन यहां के अधिकारी लोग कुछ नहीं बोल रहे हैं.” यह दर्द है छत्तीसगढ़ आर्म्ड फोर्स की 11वीं बटालियन सी कंपनी के जवान का. जवान का एक वीडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें उसने अपने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं. हालांकि ईटीवी भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
“कई बार कर चुका हूं शिकायत, इसके खिलाफ कहीं भी बोलने के लिए हूं तैयार”
वायरल वीडियो में जवान आगे कहता सुनाई दे रहा है कि “मैं कई बार शिकायत कर चुका हूं, सर ऐसे नहीं बनता. जैसे घर में खाना खाते हैं, वैसे खाना खिलाओ. लेकिन ये देखो कैसे खाना बना रहे हैं… इसमें कुछ है, बता दो इसमें गरम पानी के सिवाय कुछ नहीं है…इसके खिलाफ मैं लड़ूंगा, इसके खिलाफ बोलूंगा… कहीं भी बोलने के लिए मैं तैयार हूं. जो भी करना है मेरे से, कर लें मेरे अधिकारी. जय हिंद जय छत्तीसगढ़…”
जवान के कांकेर जिला जेल में पदस्थ होने की खबर
बताया जा रहा है कि जिस CAF की 11वीं बटालियन सी कंपनी के जवान का वीडियो वायरल हो रहा है, उसके बीते दो साल से कांकेर जिला जेल में पदस्थ होने की खबर है. उसका नाम बुट्टू सांडे है और वह जांजगीर का रहने वाला बताया जा रहा है. हालांकि इस पूरे मामले पर अभी कोई भी अधिकारी कुछ भी बताने से खुद का पल्ला झाड़ रहे हैं.
साल 2016 : दो घंटे छपरा स्टेशन पर हुआ था हंगामा, तब खुली थी ट्रेन
ऐसा नहीं है कि जवानों को परोसे जाने वाले खराब खाने का यह पहला वीडियो वायरल हुआ है, इससे पहले भी कई बार जवानों ने उन्हें दिये जाने वाले खराब खाने का वीडियो बनाकर वायरल किया है. साल 2016 में उत्तर प्रदेश में चुनाव कराने स्पेशल ट्रेन से जा रहे अर्द्धसैनिक बल के जवानों को बिहार के छपरा जंक्शन पर पैक खाना मिला था. जवानों ने जैसे ही खाने के लिए पैकेट खोला तो उससे दुर्गंध आने लगी. सब्जियां और दाल खट्टी हो चुकी थी. इसके बाद जवानों ने पैकेट लौटाते हुए स्टेशन पर खूब हंगामा किया था. आक्रोशित जवानों ने ताजा खाना दिये जाने की शर्त पर दो घंटे बाद स्टेशन से ट्रेन जाने दी थी.
साल 2017 : बीएसएफ के तेज बहादुर को कर दिया गया था बर्खास्त
साल 2017 में बीएसएफ की 29 बटालियन के जवान तेज बहादुर यादव का एक वीडियो वायरल हुआ था. उस वीडियो में भी जवान ने जवानों को खराब खाना दिये जाने की शिकायत की थी. इसके बाद उन्हें एलओसी से ट्रांसफर कर प्लंबर का काम दे दिया गया था. बाद में इस वायरल वीडियो के बाद तेज बहादुर को बर्खास्त कर दिया गया था. साल 1996 में बीएसएफ में वे भर्ती हुए थे और 2032 में रिटायर होते. जवान तेज बहादुर हरियाणा के महेंद्रगढ़ के रहने वाले हैं.
साल 2017 : PAC जवान ने खराब खाने का किया था विरोध, हुई थी अनुशासनात्मक कार्रवाई
साल 2017 के अक्टूबर महीने में खराब खाने के मामले में ही लखनऊ मेट्रो में सुरक्षा पर तैनात 36 जवानों ने हड़ताल की धमकी दे डाली थी. मेट्रो स्टेशन पर तैनात जवानों ने 32 पीएसी बटालियन मेस द्वारा खराब खाना दिये जाने की शिकायत की थी. हालांकि जवानों की इस हड़ताल की धमकी के बाद एक पीएसी जवान के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई भी की गई थी. जवानों की यह बटालियन कानपुर-लखनऊ हाईवे के सरोजनी नगर में है.
साल 2017 : राजस्थान के सवाई माधोपुर स्टेशन पर हुआ था हंगामा
23 दिसंबर 2017 को सेना के जवानों ने एक वीडियो जारी किया था. वीडियो ट्रेन में बनाया गया था. वीडियो में सेना के दर्जनों जवानों को राजस्थान के सवाई माधोपुर स्टेशन पर आईआरसीटीसी द्वारा खाना दिया गया था. वीडियो में जवानों ने दिखाया था कि खाने में उन्हें जो चावल मिला था वह प्लास्टिका का था. जवानों ने उस चावल की गोलियां बनाई थीं और उसे जमीन पर फेंकने का वीडियो जारी किया था. जमीन पर गिरने के बाद भी चावल की वह गोलियां बिखरी नहीं थीं. जवानों ने शिकायत की थी कि यह भोजन करने के बाद कई साथी जवानों को पेट दर्द शुरू हो गया था.