अंबिकापुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) शांतनु सिंह : एक तरफ उत्तरप्रदेश में हुई गैंगरेप की घटना को लेकर देश में आक्रोश भड़क रहा है, तो सरगुजा के लखनपुर चांदो में भी एक किशोरी का अपहरण कर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है. इस दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने में एक महिला का भी सहयोग रहा है. घटना के बाद एक सप्ताह तक बेहोश रही नाबालिग ने होश में आने के बाद पूरी वारदात की जानकारी अपने परिजनों को दी. पीड़िता के बयान और परिजन की शिकायत के बाद पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया. फिलहाल पुलिस ने इस वारदात में शामिल एक महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
लखनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम चांदो निवासी 15 वर्षीय नाबालिग 3 सितम्बर को बेहोशी की हालत में सड़क किनारे मिली थी. बेहोश पड़ी किशोरी को ग्रामीणों ने उपचार के लिए लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था. जहां उसकी स्थिति गम्भीर बनी हुई थी. डॉक्टरों ने नाबालिग को बेहतर उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर रेफर किया था, लेकिन यहां भी स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर पीड़िता को रायपुर इलाज के लिए भेजा गया था. रायपुर में 8 दिनों तक चले उपचार के बाद नाबालिग को होश आया और उसने अपने साथ हुई घटना की जानकारी दी.
सड़क कर फेंक भाग निकला आरोपी
पीड़िता ने पुलिस को अपने बयान में बताया कि 3 सितम्बर की शाम गांव की महिला सोमनिया उसे अपने साथ बहला-फुसलाकर ललित राजवाड़े के साथ बाइक पर बिठाकर ग्राम बेलदगी के पंडोपारा में ले गई थी. यहां बच्ची को ललित राजवाड़े के साथ अकेला छोड़कर महिला चली गई. इसका फायदा उठाकर आरोपी ललित राजवाड़े ने उसके साथ दुष्कर्म किया. नाबालिग के बेहोश होने पर सड़क किनारे आरोपी ललित उसे फेंककर भाग निकला.
आरोपी गिरफ्तार
पीड़िता के बयान पर परिजन ने इसकी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई. परिजन की शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया है. पुलिस ने बच्ची से दुष्कर्म के मामले में आरोपी ललित राजवाड़े और सहयोग करने वाली महिला सोमनिया को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है.