कोरबा : सावन माह में श्रद्धा भक्ति, उपासना का केंद्र बना,पाली का प्राचीन शिवालय…

कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) हिमांशु डिक्सेना : भगवान शिव की भक्ति के लिए समर्पित श्रावण मास मे पूरे पाली अंचल मे शिव भक्ति की गंगा प्रवाहित हो रही हैं. श्रधा भक्ति भाव के साथ प्रतिकूल मौसम के बावजूद शिव के भक्त माताएं -बहने,बुजुर्ग, युवा आदि सभी वर्ग के श्रद्धालू पाली के प्राचीन शिवालय मे जलाभिषेक करने अपनी बारी की प्रतिक्षा करते रहते हैं. शिव भक्ति के इस पावन माह में सैकड़ों की संख्या में शिव भक्त,कांवर यात्री भगवान भोलेनाथ के दर्शन पूजन कर मनोकामना की पूर्ति कर रहे हैं।


सावन माह में में भगवान शिव की पूजा अर्चना और भक्ति का विशेष महत्व है. इसे लेकर शिव भक्तों में खासा उत्साह दिखा.पाली के ऐतिहासिक पुरातन शिव मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त जलाभिषेक करने पहुंच रहे हैं. सावन सोमवार को तो शिव के भक्त मध्यरात्रि से पंक्तिबद्ध होकर अपनी बारी का इंतजार किया. वही दिनभर से लेकर देर शाम तक भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते रहे।श्रद्धालु जन अपनी मनोकामना पूरा करने के लिए यथा शक्ति, यथा भक्ति प्रदर्शित करते हुए दुग्धभिषेक,जलाभिषेक,बिल्वपत्र ,पुष्प ,सोमपत्र,श्रीफल,भांग,धतूरा,कनेर,भस्म आदि अन्य शिव को प्रिय लगने वाली वस्तुओं के साथ अभिषेक करने पहुँच रहे हैं। शिव मंदिर में शिवभक्त के आने जाने के क्रम से पूरा माहौल शिवमय हो गया है और सर्वत्र ओम नमः शिवाय, हर हर महादेव, बोल बम,श्री शिवाय नमस्तुभयम गुंजायमान रहा।मन्दिर परिसर में शिव भक्तों के द्वारा खीर प्रसाद केला, बूंदी आदि प्रसाद वितरण का कार्यक्रम भी सुबह से शाम तक चल रहा है.शिव महिला मण्डल द्वारा संध्या बेला में भजन कीर्तन का दौर अनवरत चल रहा. पाली के आसपास के स्थल नरसिंह गंगा, रेनपुर खुर्द, चैतुरगढ़ स्थित श्री शंकर खोला आदि शिव के धाम भी शिव भक्तों से गुलजार है ।शिव भक्त कांवड़ यात्रियों के जलाभिषेक का सिलसिला पूरे सावन माह भर जारी रहेगा.11 अगस्त को चैतुरगढ से पाली शिव धाम तक कांवर यात्रा की जोर शोर से किया जा रहा है.