Korba : भाजपा से कटा टिकट, निर्दलीय पार्षद चुनाव लड़कर जीते सोना ताम्रकर..

कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : जिले में नगरीय निकाय चुनाव 2025 का बीते 15 फरवरी को निर्णायक घोषणा के साथ समापन हो गया। इस बीच भाजपा, कांग्रेस सहित निर्दलीय प्रत्याशियों के लिए भी यह चुनाव काफी महत्वपूर्ण रहा। भाजपा प्रत्याशियों ने जहां कटघोरा निकाय को छोड़ जिले के सभी निकायों में अपनी परचम लहरायी है तो वहीं निर्दलीय प्रत्याशियों ने भी दलीय उम्मीदवारों के विरुद्ध चुनाव लड़कर अपनी लोकप्रियता का लोहा भी मनवाया है। इस कड़ी में नगर पंचायत पाली में भी चुनाव काफी दिलचस्प देखने को मिला। यहां वार्ड क्रमांक 05 से युवा तुर्क सोना ताम्रकार के द्वारा भारतीय जनता पार्टी से टिकट का आग्रह किया गया था लेकिन उन्हें टिकट नहीं दी गई। लोकसभा चुनाव के वक्त सोना ताम्रकार ने भारतीय जनता पार्टी में प्रवेश किया लेकिन उन्हें निकाय चुनाव में उनके स्थान पर भाजपा के स्थानीय नेताओं द्वारा प्रदेश के नेताओ को भेजे गए पैनल में उनका नाम विलोपित कर संजय छाबड़ा को टिकट दे दी गई। वही कांग्रेस से इनके प्रतिद्वंदी बतौर गुलाब सिंह बिसेन को पार्षद प्रत्याशी घोषित किए गए। जहां बीते 15 फरवरी मतगणना में चौंकाने वाले परिणाम सामने आए जिसमें सोना ताम्रकार को कुल 114 वोट प्राप्त हुए जबकि भाजपा प्रत्याशी संजय छाबड़ा 50 वोट में सिमट गई और कांग्रेस प्रत्याशी को महज 4 वोट प्राप्त हुए। सोना ताम्रकार को बड़ी जीत पर उनके समर्थकों द्वारा बधाईयां और शुभकामनाएं दी गई और वार्ड 05 में में आरती उतारकर, श्रीफल भेंट कर एवं पुष्प माला पहना कर उनका अभिनंदन किया गया। उक्त वार्ड में जहां भारतीय जनता पार्टी ने सोना ताम्रकार को टिकट के मामले में नकारते हुए दरकिनार कर दिया वहीं वार्ड की जनता ने उन्हें अपना भरपूर आशीर्वाद और दुलार देते हुए पार्षद चुना। वार्ड में भाजपा की कोई लहर काम नहीं आई। मतदाताओं ने पार्टी और छाप से परे हटकर निर्दलीय प्रत्याशी पर भरोसा जताया, क्योंकि सोना ताम्रकार अपने वार्ड में मिलनसार, सरल व्यक्तित्व और सक्रिय सदस्य के रूप में जाने जाते है। अपनी जीत को लेकर सोना ताम्रकार ने वार्डवासियों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि वार्ड की जनता ने जिस उम्मीद और विश्वास के साथ उन पर भरोसा जताया है, वह उस पर पूर्व की तरह खरा उतरेंगे। बताते चलें कि सोना ताम्रकार इससे पहले वर्ष 2014 और 2019 में कांग्रेस की टिकट से चुनाव लड़े और दोनों चुनाव जीता। वर्ष 2025 के नगरीय निकाय चुनाव में उनका तीसरा अवसर रहा और इस बार बिना किसी दल के होते हुए भी उन्होंने मैदान मार लिया। यह उनके स्वच्छ छवि और भाजपा के लिए करारा तमाचा है।