Korba Panchayat Election: कांग्रेस का पूर्व विधायक अपने ही पूर्व PSO के लिए करेगा प्रचार.. पुलिस की नौकरी से इस्तीफ़ा देकर लड़ रहा जिला पंचायत का चुनाव..

कोरबा. ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव के संपन्न होने के बाद अब प्रदेशभर में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की गूंज सुनाई दे रही है। पहले चरण का मतदान सफलता पूर्वक संपन्न हो गया है।

पहले चरण में हुआ व्यापक मतदान

पहले चरण में 33 जिलों के 53 विकास खंडों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए मतदान संपन्न हुआ। इस चरण में कुल 27,210 वार्ड पंच, 3,605 सरपंच, 911 जनपद पंचायत सदस्य और 149 जिला पंचायत सदस्यों के लिए चुनाव हुए। इस दौरान विभिन्न पदों के लिए हजारों उम्मीदवारों ने अपनी किस्मत आजमाई।

वार्ड पंच : 60,203 उम्मीदवार

सरपंच : 14,646 उम्मीदवार

जनपद पंचायत सदस्य : 4,587 उम्मीदवार

जिला पंचायत सदस्य : 702 उम्मीदवार

मतदान प्रक्रिया में बैलेट पेपर का उपयोग किया गया। आगामी दिनों में दो और चरणों में चुनाव संपन्न होंगे।

कोरबा में भी पंचायत चुनाव का उत्साह

कोरबा जिले में भी पंचायत चुनाव को लेकर खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। जिले की विभिन्न जनपद पंचायतों और ग्राम पंचायतों में मतदान की प्रक्रिया चल रही है। इन चुनावों में विभिन्न पृष्ठभूमि के उम्मीदवार मैदान में हैं, जिनमें एक प्रमुख नाम कौशल सिंह नेटी का है।

कौशल सिंह नेटी : जनता की सेवा का संकल्प

कौशल सिंह नेटी, जो पूर्व विधायक पुरषोत्तम कंवर के निजी सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) रह चुके हैं, इस बार जिला पंचायत कोरबा क्षेत्र क्रमांक 9 से चुनावी मैदान में हैं। उन्होंने 14 वर्षों तक पुलिस विभाग में सेवा देने के बाद राजनीति में कदम रखने का फैसला किया। अपने पद से त्यागपत्र देकर उन्होंने जनता की सेवा को प्राथमिकता दी है।

पूर्व में वे विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस से टिकट की मांग कर चुके थे और अब पंचायत चुनाव में कांग्रेस का समर्थन प्राप्त कर चुके हैं। उनका यह निर्णय प्रेरणादायक है, क्योंकि उन्होंने सरकारी सेवा को छोड़कर समाजसेवा को अपनाया। उनकी इस पहल को जनता का भी व्यापक समर्थन मिल रहा है।

जनता के बीच बढ़ता समर्थन

क्षेत्र क्रमांक 9 के मतदाताओं ने कौशल सिंह नेटी के इस निर्णय को सराहा है। लोग इसे एक साहसिक कदम मान रहे हैं, क्योंकि सरकारी नौकरी छोड़कर राजनीति में आना आसान निर्णय नहीं होता। जनता उन्हें एक जमीनी नेता के रूप में देख रही है, जो उनके हितों की रक्षा के लिए समर्पित हैं। उनके समर्थन में बढ़ती भीड़ इस बात का प्रमाण है कि क्षेत्र की जनता उन्हें अपने सच्चे प्रतिनिधि के रूप में स्वीकार कर रही है।

त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के आगामी चरणों में और भी रोचक मुकाबले देखने को मिल सकते हैं। अब देखना होगा कि जनता अपने क्षेत्र के विकास और नेतृत्व के लिए किसे चुनती है।