कोरबा: पं. रविशंकर शुक्ला नगर में आयोजित गरबा-डांडिया उत्सव का चौथा दिन रंग-रूप और उल्लास से भरपूर रहा। शारदीय नवरात्रि के इस पर्व पर गरबा और डांडिया की धुनों पर थिरकते प्रतिभागियों ने दर्शकों का दिल जीत लिया। हर उम्र के प्रतिभागियों ने इस आयोजन में भाग लेकर अपनी कला का लोहा मनवाया, जिससे यह उत्सव सांस्कृतिक एकता और धार्मिक आस्था का प्रतीक बन गया।
चौथे दिन के कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता रामकिशोर ने प्रतिभागियों को सम्मानित किया। इस अवसर पर वार्ड पार्षद अब्दुल रहमान, आयोजन समिति के अध्यक्ष गणेश्वर दुबे, सचिन उत्तम गोयल, अधिवक्ता महेश शुक्ला और संरक्षक अनिल अग्रवाल जैसे अनेक विशिष्ट अतिथि भी मौजूद रहे। इन सभी ने प्रतिभागियों के शानदार प्रदर्शन की सराहना की और बेहतर प्रदर्शन करने प्रतिभागियों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया, जिन्होंने नृत्य के प्रति अपने जुनून और समर्पण का शानदार प्रदर्शन किया।
आयोजन समिति के सचिव उत्तम गोयल ने इस उत्सव के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा, “यह गरबा उत्सव हमारी सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करने और अगली पीढ़ी को अपनी जड़ों से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण साधन है। प्रतिभागियों का उत्साह देखकर हमें गर्व महसूस हो रहा है। यह कार्यक्रम न केवल मनोरंजन का स्रोत है, बल्कि हमारी परंपराओं और सांस्कृतिक मूल्यों को भी जीवित रखता है।”
मुख्य अतिथि रामकिशोर ने भी अपने विचार साझा करते हुए कहा, “ऐसे सांस्कृतिक आयोजन समाज में एकता और भाईचारे का संचार करते हैं। सभी प्रतिभागियों ने अद्वितीय प्रदर्शन किया, जो वास्तव में प्रशंसा के योग्य है। ऐसे आयोजन हमें अपनी परंपराओं से जोड़ते हैं और समाज के विभिन्न वर्गों को एकजुट करते हैं।”
यह गरबा उत्सव पूरे 9 दिनों तक चलेगा, जिसमें प्रत्येक दिन सर्वश्रेष्ठ नृत्य करने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा। सप्तमी के दिन विशेष पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी, जिसमें पहले तीन स्थानों पर आने वाले प्रतिभागियों को भव्य उपहार दिए जाएंगे। पिछले दो वर्षों से पहले स्थान पर आने वाले प्रतिभागियों को इलेक्ट्रिक स्कूटी दी जाती थी, जबकि इस बार का पुरस्कार और भी शानदार होगा, जिसकी घोषणा सप्तमी के दिन की जाएगी।
यहां प्रत्येक दिन मां की आरती के बाद विशाल भोग भंडारे का आयोजन भी किया जा रहा है, जिसमें श्रद्धालुओं की भारी संख्या में भागीदारी हो रही है। आयोजन समिति ने सभी से इस भव्य सांस्कृतिक महोत्सव का हिस्सा बनने का आह्वान किया है, ताकि यह आयोजन और भी यादगार बन सके।