कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : कोरबा जिले के पसान क्षेत्र के ग्रामीण जनप्रतिनिधि एवं सरपंचों ने पसान तहसीलदार के स्थानांतरण बस्तर क्षेत्र में करने की मांग की है सरपंच वह जनपद सदस्यों का कहना है कि आदिवासी वनांचल क्षेत्र है एवं जिला मुख्यालय से 100 कि. मी. की दूरी में है एवं वर्तमान में शासन द्वारा प्रधानमंत्री आवास हेतु रेत ढुलाई की अनुमति प्रधानमंत्री हितग्राही एवं ग्रामीणों को ट्रेक्टर द्वारा दी गई है। परंतु लंबे समय से लीलाधर ध्रुव जो कि तहसील पसान जिला-कोरबा में तहसीलदार के पद पर पदस्थ है। इनके द्वारा लगातार ग्रामीणों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों को परेशान कर ट्रेक्टरों को पकड़कर अवैध वसूली की जाती है जिससे प्रधानमंत्री आवास निर्माण का काम प्रभावित हो रहा है एवं वर्तमान सरकार की छवि खराब हो रही है। एवं मृत्यु प्रमाण पत्र चालान जारी करने के एवज में प्रत्येक आवेदक से 2000-2500 रुपये अवैध तरीके से फीस अपने रखे हुए एजेण्टों के माध्यम से लिया जाता है और पैसा नहीं देने पर उनको बार बार घुमाया जाता है और फौती बंटवारा व नामांतरण में भी पैसे का मांग करता है। जिससे आदिवासी लोग बहुत परेशान है। सरपंचों एवं ग्रामीणों द्वारा लगातार शिकायते लंबे समय किया रहा है जनपद सदस्य व सरपंच तहसीलदार का स्थानांतरण बस्तर करने को लेकर स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल व राजस्व मंत्री मिलकर शिकायत की है अब देखने वाली बात है शिकायत के बाद किस तरह की कार्रवाई की जाती है