मुंगेली(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- मुंगेली जिला सिक्योरिटी रिलेटेड एक्सपेंडिचर की सूची में शामिल हो गया है. बता दें कि अब मुंगेली जिले को अलग से बजट और संसाधन की सौगात दी जाएगी. इससे पहले इस श्रेणी में बालोद जिले का नाम शामिल था. गौरतलब है कि बालोद जिले को इस श्रेणी से हटाए जाने के बाद मुंगेली जिले को शामिल किया गया है. एसआरई जिले में शामिल होने से कार्यरत पुलिस कर्मी नक्सल प्रभावित थाने के रूप में रिकॉर्ड में दर्ज होंगे. इसके अलावा अब मुंगेली जिले के लिए अलग बजट और पुलिस कर्मियों को भत्ता का लाभ मिलेगा.
दरअसल केंद्रीय गृह मंत्रालय का वाम उग्रवाद विभाग समय-समय पर देश स्तर पर नक्सल प्रभावित जिलों की समीक्षा करता रहता है. इसके आधार पर एसआरई स्कीम के अंतर्गत आने वाले जिलों की सूची जारी की जाती है. इसके पहले वर्ष 2018 में समीक्षा की गई थी, जिसके बाद 11 राज्यों के 90 जिले नक्सल प्रभावित मानते हुए एसआरई स्कीम के अंतर्गत रखे गए थे. इस बार की समीक्षा के बाद 10 राज्यों के 70 जिले ही नक्सल प्रभावित माने गए हैं. नई सूची में देश भर में 23 जिलों को हटाया गया है, जबकि तीन नए जिले जोड़े गए हैं. 2018 में भी सात जिले हुए थे मुक्त।
वर्ष 2018 में समीक्षा के बाद बिहार के सात जिलों को नक्सल मुक्त घोषित किया गया था। इसमें पटना, शिवहर, सीतामढ़ी, भोजपुर, बगहा (पुलिस जिला), खगडिय़ा और बेगूसराय जिले शामिल थे।
नक्सल प्रभावित जिलों की सूची.
राज्य प्रभावित जिले
झारखंड 16
छत्तीसगढ़ 14
बिहार 10
ओडिशा 10
तेलंगाना 06
आंध्र प्रदेश 05
केरल 03
मध्य प्रदेश 03
महाराष्ट्र 02
बंगाल 01